मशरूम खेती से 55 लाख की कमाई: युवाओं को मिल रहा प्रशिक्षण

मशरूम खेती: एक नई शुरुआत
मशरूम खेती: 55 लाख की कमाई और युवाओं को प्रशिक्षण: हरियाणा के महेंद्रगढ़ जिले के खायरा गांव में किसान योगेंद्र यादव ने मशरूम खेती के जरिए एक नई मिसाल पेश की है।
गिरते भूजल स्तर के कारण बोरवेल बंद होने के बाद उन्होंने पारंपरिक खेती को छोड़कर मशरूम उत्पादन की ओर कदम बढ़ाया। केवल तीन वर्षों में उनकी वार्षिक आय 55 लाख रुपये तक पहुंच गई। योगेंद्र न केवल खुद समृद्ध हुए, बल्कि युवाओं को प्रशिक्षण और महिलाओं को रोजगार भी प्रदान कर रहे हैं। उनकी यह कहानी हर किसान के लिए प्रेरणादायक है।
चुनौतियों का सामना करते हुए मशरूम खेती की शुरुआत
योगेंद्र यादव ने 2005 में स्नातक की डिग्री प्राप्त की और बाद में गुरुग्राम में टैक्सी चलाई। सरकारी नौकरी न मिलने पर उन्होंने गांव में तीन एकड़ भूमि पर खेती शुरू की।
2022 में भूजल की कमी ने उनकी खेती को प्रभावित किया। हार न मानते हुए, उन्होंने मशरूम खेती की ट्रेनिंग ली। महेंद्रगढ़ कृषि विज्ञान केंद्र, मुरथल मशरूम सेंटर, और गुरुग्राम से प्रशिक्षण प्राप्त कर उन्होंने महेंद्रगढ़ मशरूम फार्म की स्थापना की। पहले वर्ष में 20 क्विंटल उत्पादन से 2.5 लाख रुपये की कमाई हुई। 2023 में 200 क्विंटल उत्पादन के साथ उनकी आय 15 लाख रुपये तक पहुंच गई।
मशरूम से लाखों की कमाई
2024 में योगेंद्र ने खाद यूनिट स्थापित की और 900 क्विंटल मशरूम का उत्पादन किया, जिससे 25 लाख रुपये की कमाई हुई। अब दो नई यूनिट्स के साथ उनका उत्पादन 1100 क्विंटल और वार्षिक आय 55 लाख रुपये हो गई है।
उनकी मशरूम की सात वैरायटी, जैसे सफेद बटन और पिंक ओयेस्टर, दिल्ली, गुरुग्राम, और रेवाड़ी में अच्छी बिक्री हो रही हैं (Market Demand)। मशरूम की गुणवत्ता के लिए उन्हें प्रगतिशील किसान अवॉर्ड भी मिला है। योगेंद्र का लक्ष्य अगले वर्ष 1500 क्विंटल उत्पादन करना है।
समाज सेवा के लिए रोजगार और प्रशिक्षण
योगेंद्र ने मशरूम से नमकीन, बिस्किट, लड्डू, अचार, और पाउडर जैसे उत्पाद बनाना शुरू किया। इनकी मांग बढ़ने पर उन्होंने प्रोडक्शन यूनिट स्थापित की।
उनकी यूनिट में 10 से अधिक महिलाएं काम कर रही हैं। उनके बेटे विनय, विहान, और पत्नी ममता भी सहयोग करते हैं। योगेंद्र हर महीने 50 युवाओं को मशरूम खेती का प्रशिक्षण देते हैं। यह पहल न केवल रोजगार पैदा कर रही है, बल्कि अन्य किसानों को भी नई दिशा दिखा रही है। उनकी मेहनत और नवाचार हरियाणा के लिए एक मिसाल है।