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केरल में बेटी के पहले पीरियड्स का जश्न, सोशल मीडिया पर वायरल हुआ वीडियो

केरल की एक महिला ने अपनी बेटी के पहले पीरियड्स का जश्न मनाने का एक भावुक वीडियो साझा किया है, जिसने सोशल मीडिया पर धूम मचा दी है। इस वीडियो में पारंपरिक रस्मों का प्रदर्शन किया गया है, जिसमें परिवार के सदस्य खुशी से शामिल होते हैं। लोग इसे एक सकारात्मक संदेश के रूप में देख रहे हैं, जो पीरियड्स को एक स्वाभाविक और गर्व की बात मानने की प्रेरणा देता है। इस जश्न ने न केवल परिवार को बल्कि पूरे समाज को जागरूक करने का काम किया है।
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केरल में बेटी के पहले पीरियड्स का जश्न, सोशल मीडिया पर वायरल हुआ वीडियो

बेटी के पहले पीरियड्स का उत्सव


केरल की एक मां ने अपनी बेटी के पहले पीरियड्स की रस्म का एक वीडियो सोशल मीडिया पर साझा किया है, जिसने इंटरनेट पर भावनाओं की लहर दौड़ा दी है। इस वीडियो को लोग एक खूबसूरत जश्न के रूप में देख रहे हैं, जिसमें न तो कोई शर्म है और न ही छुपाने की बात। रेशमा सुरेश ने इंस्टाग्राम पर यह क्लिप पोस्ट की है, जिसे अब तक 69 लाख से अधिक लोग देख चुके हैं।


इस वीडियो में दक्षिण भारतीय संस्कृति की पारंपरिक रस्म को दर्शाया गया है, जो एक लड़की के बड़े होने का स्वागत करती है। शुरुआत में, लड़की को दूध से स्नान कराया जाता है, उसके बाद परिवार के सदस्य उसे फूलों की माला पहनाते हैं और आरती करते हैं। इसके बाद, घर की सभी महिलाएं और पुरुष मिलकर उसे हल्दी लगाते हैं। यह रस्म मलयालम और हिंदू संस्कृति में अच्छे भाग्य और आशीर्वाद के लिए की जाती है।


खुशियों से भरा माहौल

रस्म के अंत में, लड़की को तैयार किया जाता है और परिवार के सदस्य उसे मिठाई खिलाते हैं। पूरे माहौल में खुशी और गर्व का अनुभव होता है। सोशल मीडिया पर लोग इस रस्म की तारीफ कर रहे हैं। एक यूजर ने लिखा, 'वह खिलती है, बढ़ती है, और चमकती है... औरत बनने की पहली सीढ़ी को इस प्यार से सम्मान देना वाकई अद्भुत है। मेरी बेटी भी हमेशा ऐसे ही चमके।' दूसरे ने कहा, 'शानदार! कोई शर्म नहीं, कोई छुपाना नहीं। बस एक लड़की खूबसूरती से औरत बन रही है।'



एक अन्य टिप्पणी में कहा गया, 'हर घर में ऐसा जश्न होना चाहिए। पीरियड्स को उत्सव बनाना सच्ची जीत है।' यह वीडियो केवल एक रस्म नहीं है, बल्कि यह समाज को एक महत्वपूर्ण संदेश भी दे रहा है। पीरियड्स को अबूझ या गंदा समझने के बजाय इसे एक स्वाभाविक और गर्व की बात मानना चाहिए। खासकर दक्षिण भारत में, ऐसी रस्में सदियों से प्रचलित हैं। केरल, तमिलनाडु और कर्नाटक के कई परिवारों में लड़की के पहले पीरियड्स को उत्सव की तरह मनाया जाता है। लोगों का मानना है कि ऐसे वीडियो समाज में जागरूकता लाते हैं और लड़कियों को खुद पर गर्व महसूस कराते हैं। माता-पिता का यह प्यार उन्हें मजबूत बनाता है।