बेंगलुरु में बच्चे पर हमले का वीडियो वायरल, पुलिस ने शुरू की जांच
बेंगलुरु में चौंकाने वाली घटना
बेंगलुरु: सोशल मीडिया पर एक हैरान करने वाली घटना सामने आई है। त्यागराजनगर क्षेत्र में, एक पांच साल का बच्चा अपनी दादी के घर के पास खेलते समय एक राहगीर के हमले का शिकार हो गया। पुलिस के अनुसार, यह घटना 14 दिसंबर को हुई जब बच्चा अन्य बच्चों के साथ सड़क के किनारे खेल रहा था। इस हमले में बच्चा घायल हो गया।
सीसीटीवी फुटेज में कैद हुआ हमला
इस घटना का पूरा विवरण पास के सीसीटीवी कैमरे में रिकॉर्ड हो गया है। वीडियो में एक व्यक्ति को देखा जा सकता है जो अचानक बच्चे के पास आता है और बिना किसी कारण के उसे जोर से लात मार देता है। लात लगते ही बच्चा जमीन पर गिर जाता है और दर्द से तड़पता नजर आता है। इसके बाद आरोपी वहां से चला जाता है।
मां ने पुलिस में की शिकायत
बच्चे की मां, दीपिका जैन ने इस मामले में पुलिस में शिकायत दर्ज कराई है। उन्होंने बताया कि उनके बेटे का नाम नीव जैन है। शिकायत में आरोप लगाया गया है कि पड़ोस में रहने वाले रंजन नामक व्यक्ति ने अचानक आकर उनके बेटे को लात मारी। इस हमले से बच्चे की भौंह से खून बहने लगा और उसके हाथ-पैरों में खरोंचें आईं।
बेंगलुरू के त्यागराज नगर से एक परेशान करने वाला वीडियो सामने आया है जिसमें एक आदमी सड़क पर अपनी मां के साथ शांति से बैडमिंटन खेल रहे एक बच्चे को पीछे से लात मारता दिख रहा है. #Bengaluru pic.twitter.com/zv2SDSnSbd
— Hemraj Singh Chauhan (@JournoHemraj) December 19, 2025
आरोपी का पूर्व व्यवहार
शिकायत में यह भी उल्लेख किया गया है कि आरोपी व्यक्ति को इलाके में लोगों के साथ मारपीट और गाली-गलौज करने के लिए जाना जाता है। स्थानीय निवासियों का कहना है कि उसके व्यवहार को लेकर पहले भी कई शिकायतें की जा चुकी हैं। इस घटना के बाद क्षेत्र में डर और गुस्से का माहौल बन गया है।
पुलिस की कार्रवाई
पुलिस ने शिकायत के आधार पर भारतीय न्याय संहिता 2023 की धारा 115 2 के तहत गैर संज्ञेय मामला दर्ज किया है। बेंगलुरु पुलिस ने आरोपी को हिरासत में लिया और पूछताछ की, लेकिन बाद में उसे जमानत पर रिहा कर दिया गया।
पुलिस अधिकारियों का कहना है कि मामले की जांच जारी है और सीसीटीवी फुटेज की समीक्षा की जा रही है। उन्होंने आश्वासन दिया है कि बच्चे और उसके परिवार को न्याय दिलाने के लिए आवश्यक कदम उठाए जाएंगे। यह घटना एक बार फिर सार्वजनिक स्थानों पर बच्चों की सुरक्षा के मुद्दे को उजागर करती है।
