ब्रिटेन में महिला जेल अधिकारी का विवादास्पद मामला: हत्या के दोषी से संपर्क
महिला जेल अधिकारी और हत्या के दोषी का मामला
ब्रिटेन की जेल प्रणाली में एक मामला न्यायिक और प्रशासनिक क्षेत्रों में चर्चा का विषय बन गया है। नॉटिंघम क्राउन कोर्ट में खुलासा हुआ कि एक महिला जेल अधिकारी ने हत्या के दोषी कैदी के साथ अनुचित संपर्क बनाए रखा, जो नियमों के खिलाफ था।
चौंकाने वाली बात यह है कि नौकरी से निलंबित होने के बावजूद, महिला ने कैदी से संपर्क जारी रखा। हालांकि, इस मामले में शारीरिक संबंध या अवैध वस्तुओं की तस्करी के कोई ठोस सबूत नहीं मिले, फिर भी कोर्ट ने इसे गंभीर आचरणहीनता माना।
मामले का विवरण
31 वर्षीय जैस्मिन होप को मई 2023 में नॉटिंघमशायर की एचएमपी लोढम ग्रेंज जेल में तैनात किया गया था। उन्हें डी-विंग में जिम्मेदारी दी गई, जहां हत्या के दोषी एक कैदी को रखा गया था। कुछ महीनों के भीतर, दोनों के बीच निजी बातचीत शुरू हो गई, जो जेल के नियमों का उल्लंघन था।
कैदी की कोठरी से मोबाइल फोन की बरामदगी
जनवरी 2024 में, कैदी की कोठरी से एक अवैध मोबाइल फोन बरामद हुआ। फोरेंसिक जांच में यह पाया गया कि कैदी लगातार महिला जेल अधिकारी जैस्मिन होप से संपर्क में था। सितंबर 2024 में होप के घर की तलाशी में भी एक मोबाइल मिला, जिसमें कैदी का नंबर एक बदले हुए नाम से सेव था।
निलंबन के बाद भी संपर्क जारी
जुलाई 2024 में जैस्मिन होप को ड्यूटी से निलंबित कर दिया गया था। इसके बावजूद, वह कैदी से चैट और वॉयर नोट्स के माध्यम से बातचीत करती रहीं। अभियोजन पक्ष ने बताया कि उनकी बातचीत में छेड़छाड़ की बातें थीं, लेकिन दोनों के बीच कोई शारीरिक संबंध नहीं था।
महिला ने अपराध स्वीकार किया
रिकॉर्डर बलराज भाटिया केसी ने कहा कि यह मामला उन मामलों से भिन्न है, जहां शारीरिक शोषण या जेल में प्रतिबंधित सामान पहुंचाने की बात होती है। अदालत ने माना कि आरोपी ने अपने अपराध को स्वीकार किया, पछतावा जताया और उसकी कोई आपराधिक पृष्ठभूमि नहीं है।
सजा का ऐलान
अदालत ने जैस्मिन होप को छह महीने की जेल की सजा सुनाई, जिसे 18 महीनों के लिए निलंबित किया गया। इसके साथ ही, उन्हें 100 घंटे का बिना वेतन काम और 15 पुनर्वास सत्र पूरे करने का आदेश दिया गया।
