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वर्चुअल रिसेप्शन: दूल्हा-दुल्हन ने ऑनलाइन मनाया अपना खास दिन

एक सॉफ्टवेयर इंजीनियर कपल ने अपनी शादी के रिसेप्शन में ऑनलाइन भाग लिया, जब उनकी इंडिगो की उड़ानें रद्द हो गईं। मेधा और संग्राम ने जूम कॉल के माध्यम से अपने खास दिन का जश्न मनाया, जबकि रिश्तेदारों ने उन्हें लाइव देखने का आनंद लिया। जानें इस अनोखे अनुभव के बारे में और कैसे तकनीक ने इस विशेष अवसर को संभव बनाया।
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वर्चुअल रिसेप्शन: दूल्हा-दुल्हन ने ऑनलाइन मनाया अपना खास दिन

बेंगलुरु में अनोखी शादी का रिसेप्शन


बेंगलुरु में एक सॉफ्टवेयर इंजीनियर जोड़े की शादी भव्य तरीके से हुई, लेकिन रिसेप्शन का दृश्य सभी को चौंका देने वाला था। कर्नाटक के हुब्बल्ली में आयोजित ग्रैंड रिसेप्शन में दूल्हा-दुल्हन उपस्थित नहीं थे। इसका कारण था इंडिगो एयरलाइंस की लगातार उड़ानों का रद्द होना। मेधा क्षीरसागर और संग्राम दास को मजबूरन अपने रिसेप्शन में जूम कॉल के माध्यम से शामिल होना पड़ा।


मेधा हुब्बल्ली की निवासी हैं, जबकि संग्राम ओडिशा के भुवनेश्वर से हैं। दोनों बेंगलुरु में एक ही कंपनी में कार्यरत हैं। उन्होंने 23 नवंबर को भुवनेश्वर में शादी की और 4 दिसंबर को हुब्बल्ली में भव्य रिसेप्शन की योजना बनाई थी। गुजरात भवन में सजावट, रिश्तेदारों, दोस्तों और मेहमानों की भीड़ सब कुछ तैयार था। कपल ने 2 दिसंबर को भुवनेश्वर से बेंगलुरु और फिर हुब्बल्ली के लिए इंडिगो की उड़ान बुक की थी।



हालांकि, मंगलवार सुबह 9 बजे की उड़ान बार-बार देरी होती रही। अंततः 3 दिसंबर की सुबह उड़ान रद्द कर दी गई। अन्य उड़ानें या तो भरी हुई थीं या रद्द। ट्रेन के टिकट भी नहीं मिले। अंततः वर्चुअल उपस्थिति का ही विकल्प बचा। रिसेप्शन शाम 7 बजे शुरू हुआ, जहां दूल्हा-दुल्हन की जगह एक बड़ा LED स्क्रीन था, जिसमें मेधा और संग्राम लाइव जुड़े।


दुल्हन लहंगे में और दूल्हा शेरवानी में बेंगलुरु के अपने फ्लैट से मुस्कुराते हुए नजर आए। रिश्तेदारों ने तालियां बजाईं और फूलों की वर्षा की, लेकिन सभी की आंखों में हल्की नमी भी थी। मेधा की मां ने स्क्रीन पर सिंदूर लगाया, जबकि पिता ने वर्चुअल आशीर्वाद दिया। मेहमानों ने जोड़े को बधाई दी और कहा, 'आजकल की तकनीक अद्भुत है, वरना रिसेप्शन अधूरा रह जाता।' इस सप्ताह इंडिगो ने देशभर में सैकड़ों उड़ानें रद्द की हैं, जिसका कारण नई DGCA गाइडलाइंस हैं, जिनमें पायलटों की ड्यूटी और विश्राम अवधि में बदलाव आवश्यक था।