सऊदी अरब में बर्फबारी ने मौसम को किया चौंका देने वाला
सऊदी अरब में असामान्य मौसम का नजारा
नई दिल्ली: सऊदी अरब का नाम सुनते ही लोगों के मन में गर्म रेगिस्तान और तेज धूप की छवि उभरती है, लेकिन हाल ही में इस देश में एक ऐसा दृश्य देखने को मिला जिसने सभी को चौंका दिया। उत्तरी सऊदी अरब के पहाड़ी क्षेत्रों में भारी बारिश और बर्फबारी ने मौसम की परिभाषा को बदलकर रख दिया। तबूक क्षेत्र और ट्रोजेना हाइलैंड्स में बर्फ की मोटी परत बिछ गई, जबकि जबल अल लॉज में तापमान शून्य से नीचे चला गया।
जबल अल लॉज, जो समुद्र तल से लगभग 2580 मीटर की ऊंचाई पर स्थित है, वहां की बर्फबारी ने स्थानीय निवासियों और पर्यटकों को हैरान कर दिया। सोशल मीडिया पर वायरल हो रहे वीडियो और तस्वीरों को देखकर कई लोगों ने इसे एआई द्वारा निर्मित मान लिया, जबकि स्थानीय मीडिया ने इसकी पुष्टि की। सऊदी गजट के अनुसार, ट्रोजेना हाइलैंड्स में हल्की से मध्यम बारिश के साथ बर्फबारी हुई।
देखें वीडियो
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Snow blanketed Saudi Arabia this week, transforming the usually rugged, desert-framed mountains into a winter landscape.pic.twitter.com/0lMIazJe9b
— Massimo (@Rainmaker1973) December 19, 2025
बारिश के प्रभावित क्षेत्र
किन-किन क्षेत्रों में हुई बारिश?
बारिश केवल पहाड़ी क्षेत्रों तक सीमित नहीं रही। बिर बिन हिरमास, अल उयैना, हलत अम्मार, शिक्रि और आस-पास के क्षेत्रों में भी बारिश हुई। सऊदी अरब के नेशनल सेंटर फॉर मेट्रोलॉजी ने रियाद, पूर्वी प्रांत और उत्तरी सीमा के कुछ हिस्सों में मध्यम से भारी आंधी और बारिश की चेतावनी जारी की है।
भविष्यवाणी और मौसम का संबंध
क्या पैगंबर मुहम्मद की सच हो रही भविष्यवाणी?
इस असामान्य मौसम ने सोशल मीडिया पर बहस को जन्म दिया है। कई उपयोगकर्ताओं ने इसे प्रकृति का चमत्कार बताया, जबकि कुछ ने इसे इस्लामी भविष्यवाणी से जोड़ा। एक उपयोगकर्ता ने दावा किया कि यह पैगंबर मुहम्मद की भविष्यवाणी की ओर इशारा करता है, जिसमें कहा गया है कि अंत के समय में अरब प्रायद्वीप फिर से हरा-भरा होगा और नदियों से भर जाएगा।
क्या यह बदलाव का संकेत है?
क्या किसी बड़े बदलाव की है शुरुआत?
इस्लामी हदीसों में वर्णित इस कथन के कारण लोग यह सवाल कर रहे हैं कि क्या यह बर्फबारी और बढ़ती बारिश किसी बड़े बदलाव की शुरुआत है। विशेषज्ञों का कहना है कि रेगिस्तानी क्षेत्रों में बढ़ती बारिश से मिट्टी में नमी बढ़ती है, जो पौधों की वृद्धि के लिए आवश्यक है। यदि यह सिलसिला लंबे समय तक जारी रहता है, तो यह क्षेत्र की प्राकृतिक संरचना को बदल सकता है।
हालांकि, मौसम वैज्ञानिक इसे जलवायु परिवर्तन से जोड़कर देख रहे हैं। उनका कहना है कि बदलते मौसम पैटर्न के कारण ऐसे असामान्य दृश्य अब अधिक देखने को मिल सकते हैं। वर्तमान में, सऊदी अरब की बर्फबारी ने लोगों को न केवल हैरान किया है बल्कि सोचने पर भी मजबूर कर दिया है।
