नेपाल में हुई पुरातात्विक खुदाई में मिला कोलिया गणराज्य के शहर का अवशेष
काठमांडू, 23 दिसंबर (हि.स.)। नेपाल-भारत की सीमा में रहे भगवान गौतम बुद्ध के जन्मभूमि लुंबिनी के पड़ोसी जिले में पुरातात्विक खुदाई में एक प्राचीन शहर का अवशेष मिला है। पहिया आकार के इस खंडहर के प्राचीन गणराज्य का अवशेष होने की बात कही गई है।
लुंबिनी के पड़ोस में रहे नवलपरासी जिले के रामग्राम के पंडितपुर में हुए पुरातात्विक खुदाई के दौरान 'पहिया आकार' शहर के खंडहरों के मिलने की जानकारी दी गई है। माना जा रहा है कि यह खंडहर भगवान गौतम बुद्ध के समय रहे प्राचीन राज्य कोलिया गणराज्य के समय की है।
नेपाल पुरातत्व विभाग के प्रमुख भास्कर ज्ञवाली ने कहा कि खुदाई के दौरान महत्वपूर्ण कलाकृतियां पाई गईं, जिससे कोलिया गणराज्य के विभिन्न शहरों में हुआ कर्ती थी। सोमवार को इस खुदाई के बारे में जानकारी देने हुए ज्ञवाली ने बताया कि पिछले एक महीने से जारी पुरातात्विक खुदाई में पहियानुमा आकार का प्राचीन शहर के कई अवशेष मिले हैं।
उन्होंने बताया कि सन 2018-19 में प्रारंभिक सर्वेक्षण के दौरान इस क्षेत्र में पुरातन महल के अवशेष होने का अनुमान लगाया गया था। आसपास के क्षेत्र को अपने अधीन में लेकर जब पूर्व विभाग ने खुदाई कि तो वहां मिले अवशेष के आधार पर यह पुष्टि हो गया है कि यह सभी अवशेष कोलिया गणराज्य के हैं।
ज्ञवाली ने बताया कि इस क्षेत्र के सांस्कृतिक इतिहास का अध्ययन करने के लिए एक साइट पर तीन मीटर गहरा गड्ढा खोदा गया था, जिसमें बुद्ध और मौर्य काल के साथ-साथ मुगल काल के मानव बस्तियों के अवशेष भी मिला है। इसके अतिरिक्त, संतरी पोस्ट के अवशेष, मिट्टी के बर्तन के अवशेष, पशु मूर्तियों, गहने और विभिन्न कलाकृतियों के अवशेष मिलने की जानकारी भी दी गई है।
इन अवशेषों के मिलने के साथ ही पुरातात्विक स्थल को संरक्षण क्षेत्र घोषित करते हुए पंडितपुर के पूर्व-पश्चिम और उत्तर-दक्षिण के 1,000 वर्गमीटर के दायरे में किसी भी प्रकार के नई संरचनाओं का निर्माण निषेध किया गया है।
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हिन्दुस्थान समाचार / पंकज दास