Donald Trump के व्यापार दावों में भारत-पाकिस्तान का जिक्र: क्या है सच?

ट्रंप का व्यापार समझौते पर विवाद
ट्रंप का ईरान व्यापार समझौता: अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने हाल ही में कुछ नए आरोप लगाए हैं, जिसमें उन्होंने कहा कि उन्होंने भारत और पाकिस्तान के बीच संभावित परमाणु संघर्ष को रोकने के लिए टैरिफ का उपयोग किया। इसके साथ ही, उन्होंने यह भी दावा किया कि उनकी व्यापार नीतियों ने उनके कार्यकाल में "आठ युद्धों" में से पांच या छह को समाप्त करने में मदद की है।
व्यापार नीतियों का प्रभाव
जब ट्रंप से पूछा गया कि क्या अमेरिका चीन के साथ एक लंबे व्यापार युद्ध की ओर बढ़ रहा है, तो उन्होंने अपनी टैरिफ रणनीति का समर्थन किया। व्हाइट हाउस में पत्रकारों से बातचीत करते हुए, उन्होंने कहा कि हमने 100 प्रतिशत टैरिफ लागू किया है। अगर ऐसा नहीं होता, तो हमारी स्थिति क्या होती? उनके अनुसार, टैरिफ युद्धों को रोकने और वैश्विक शांति बनाए रखने में सहायक रहे हैं।
भारत, ईरान और पाकिस्तान का संदर्भ
ट्रंप ने अपने बयानों में एक चौंकाने वाली बात कही कि वे भारत को ईरान के साथ जोड़ते हुए यह दावा कर रहे हैं कि वे ईरान के साथ व्यापार समझौते पर बातचीत कर रहे हैं, जिसमें पाकिस्तान भी शामिल है। उन्होंने कहा कि उन्होंने कहा था कि मैं ईरान के साथ एक व्यापार समझौते पर बातचीत कर रहा हूं, जिसमें पाकिस्तान भी शामिल होगा। इसके बाद उन्होंने एक-दूसरे पर निशाना साधना शुरू कर दिया।
ट्रंप ने यह भी कहा कि उन्होंने दोनों पक्षों को चेतावनी दी थी कि यदि वे युद्ध करेंगे, तो 200 प्रतिशत टैरिफ लगाया जाएगा और अमेरिका उनके साथ व्यापार करना बंद कर देगा। उन्होंने आगे कहा कि 24 घंटे के भीतर युद्ध रुक गया।
शहबाज शरीफ की प्रशंसा
ट्रंप ने कहा कि पाकिस्तान के प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ ने उन्हें धन्यवाद दिया कि उन्होंने लाखों लोगों की जान बचाई। उनके अनुसार, शरीफ ने सार्वजनिक रूप से कहा कि भारत-पाकिस्तान के बीच एक परमाणु संघर्ष होने वाला था और इसे रोकना बेहद आवश्यक था।
शहबाज शरीफ ने गाजा शांति शिखर सम्मेलन में ट्रंप की भूमिका की प्रशंसा की और उन्हें नोबेल शांति पुरस्कार के लिए नामांकित करने की घोषणा की। उन्होंने ट्रंप को शांति का प्रतीक बताया और उनके हस्तक्षेप को विश्व कल्याण के संदर्भ में महत्वपूर्ण बताया।
भारत का विरोध
ट्रंप ने अपने भाषण में कहा कि आठ युद्धों में से, टैरिफ ने सीधे तौर पर पांच या छह युद्धों के खत्म होने में भूमिका निभाई है। भारत सरकार ने इन दावों का लगातार खंडन किया है, यह कहते हुए कि कोई मध्यस्थता या अमेरिकी दबाव नहीं था। भारत का कहना है कि पाकिस्तान के साथ गतिरोध का समाधान DGMO स्तर की प्रत्यक्ष बातचीत से हुआ था, न कि टैरिफ या व्यापार समझौतों से। भारत के विदेश मंत्रालय ने ट्रंप के दावों को आधारहीन बताया है और कहा है कि किसी भी व्यापार या टैरिफ विषयों को उन चर्चाओं में शामिल नहीं किया गया था।