Rahm Emanuel का भारत-अमेरिका संबंधों पर बड़ा बयान: ट्रंप की नीतियों ने किया नुकसान

Rahm Emanuel का भारत-अमेरिका संबंधों पर बयान
अमेरिका के पूर्व जापानी राजदूत रहम इमैनुएल, जो ओबामा प्रशासन में महत्वपूर्ण पदों पर रह चुके हैं, ने पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप पर आरोप लगाया है कि उन्होंने भारत के साथ अमेरिका के दीर्घकालिक रणनीतिक संबंधों को नुकसान पहुंचाया। इमैनुएल का कहना है कि ट्रंप ने अपने 'अहंकार' और 'पाकिस्तान से प्राप्त धन के लालच' के चलते इस साझेदारी को नजरअंदाज किया, जिससे न केवल अमेरिका की अंतरराष्ट्रीय छवि को धक्का लगा, बल्कि चीन को भी क्षेत्र में अपनी स्थिति मजबूत करने का अवसर मिला।
व्यक्तिगत स्वार्थ ने संबंधों को प्रभावित किया
इमैनुएल ने स्पष्ट किया कि ट्रंप ने अमेरिका-भारत संबंधों को अपने व्यक्तिगत लाभ के लिए खतरे में डाल दिया। उन्होंने कहा कि ट्रंप ने भारत के साथ मजबूत रणनीतिक साझेदारी को कुछ पैसों और अपने बेटे के लिए व्यक्तिगत लाभ के चलते दांव पर लगा दिया। उनका दावा है कि पाकिस्तान से ट्रंप के बेटे और एक कारोबारी विटकॉफ के बेटे को पैसे मिले थे, जो यह दर्शाता है कि यह कदम केवल कूटनीतिक नहीं, बल्कि व्यक्तिगत स्वार्थ से प्रेरित था।
चीन को मिला लाभ
इमैनुएल ने चेतावनी दी कि इस स्थिति का सबसे बड़ा लाभ चीन को मिला है। भारत और अमेरिका के बीच विश्वास में आई दरार ने चीन को एशिया में अपनी स्थिति मजबूत करने का अवसर प्रदान किया। उन्होंने कहा कि ट्रंप प्रशासन की निजी राजनीति ने हमारी 40 साल की रणनीतिक सोच को बर्बाद कर दिया, और चीन ने इस कूटनीतिक चूक का पूरा फायदा उठाया।
इंडो-पैसिफिक रणनीति को झटका
रहम इमैनुएल ने कहा कि यह घटनाक्रम अमेरिका की इंडो-पैसिफिक रणनीति के लिए एक गंभीर झटका है। भारत इस क्षेत्र में अमेरिका का प्रमुख सहयोगी रहा है, लेकिन ट्रंप की नीतियों के कारण भारत की विश्वसनीयता पर भी नकारात्मक प्रभाव पड़ा है। इससे अमेरिकी विदेश नीति को दीर्घकालिक नुकसान हो सकता है।
अमेरिकी राजनीति में हलचल
इमैनुएल का यह बयान ऐसे समय में आया है जब अमेरिका में आगामी चुनावों की हलचल तेज हो चुकी है। उनका यह आरोप कि ट्रंप प्रशासन ने निजी हितों के लिए भारत जैसे मजबूत साझेदार को नजरअंदाज किया, अब एक महत्वपूर्ण राजनीतिक मुद्दा बनता जा रहा है।
रहम इमैनुएल का परिचय
यह ध्यान देने योग्य है कि रहम इमैनुएल अमेरिका के पूर्व राष्ट्रपति बराक ओबामा के चीफ ऑफ स्टाफ रह चुके हैं और शिकागो के मेयर के रूप में भी कार्य कर चुके हैं। जापान में राजदूत रहते हुए उन्होंने भारत और अमेरिका के संबंधों को मजबूत करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई थी।