अमेरिका ने ट्रैवल बैन नीति को किया सख्त, नए देशों को जोड़ा गया
अमेरिका की नई यात्रा प्रतिबंध नीति
नई दिल्ली: व्हाइट हाउस के निकट हुई गोलीबारी के बाद, अमेरिका ने अपनी यात्रा प्रतिबंध नीति को और अधिक सख्त कर दिया है। डोनाल्ड ट्रंप प्रशासन ने पांच नए देशों को पूर्ण यात्रा प्रतिबंध की सूची में शामिल करने की घोषणा की है। इसके साथ ही, कई अन्य देशों के नागरिकों के लिए अमेरिका में प्रवेश के नियम भी कड़े कर दिए गए हैं।
यह निर्णय अमेरिका की सीमा सुरक्षा और आव्रजन नियंत्रण को सुदृढ़ करने की व्यापक योजना का हिस्सा है। अधिकारियों के अनुसार, यह कदम उस घटना के बाद उठाया गया है, जिसमें थैंक्सगिविंग वीकेंड के दौरान व्हाइट हाउस के पास दो नेशनल गार्ड जवानों को गोली मारी गई थी। इस मामले में एक अफगान नागरिक को गिरफ्तार किया गया है।
पाबंदियों का कारण क्या है?
घटना के बाद अमेरिका में अवैध आव्रजन के प्रति गहरी नाराजगी देखी गई, जिसके चलते नई पाबंदियां लागू की गईं। इससे पहले, जून में राष्ट्रपति ट्रंप ने 12 देशों के नागरिकों के अमेरिका में प्रवेश पर पूरी तरह से रोक लगा दी थी। इन देशों में अफगानिस्तान, म्यांमार, चाड, रिपब्लिक ऑफ कांगो, इक्वेटोरियल गिनी, इरिट्रिया, हैती, ईरान, लीबिया, सोमालिया, सूडान और यमन शामिल थे।
पूर्ण ट्रैवल बैन सूची में नए देश
इसके अलावा, बुरुंडी, क्यूबा, लाओस, सिएरा लियोन, टोगो, तुर्कमेनिस्तान और वेनेजुएला के यात्रियों पर आंशिक प्रतिबंध लगाए गए थे। अब इस पूर्ण ट्रैवल बैन सूची में बुर्किना फासो, माली, नाइजर, साउथ सूडान और सीरिया को भी जोड़ा गया है। इसके साथ ही, फिलिस्तीनी अथॉरिटी द्वारा जारी यात्रा दस्तावेजों पर आने वाले लोगों के अमेरिका में प्रवेश पर पूरी तरह से रोक लगा दी गई है।
आंशिक यात्रा प्रतिबंध के अंतर्गत देश
वहीं, आंशिक यात्रा प्रतिबंध 15 अन्य देशों पर लागू किए गए हैं। इनमें अंगोला, एंटीगुआ और बारबुडा, बेनिन, आइवरी कोस्ट, डोमिनिका, गैबॉन, गाम्बिया, मलावी, मॉरिटानिया, नाइजीरिया, सेनेगल, तंजानिया, टोंगा, जाम्बिया और जिम्बाब्वे शामिल हैं।
इसका उद्देश्य क्या है?
व्हाइट हाउस ने स्पष्ट किया है कि इसका उद्देश्य अमेरिका में प्रवेश करने वालों की कड़ी जांच और राष्ट्रीय सुरक्षा को मजबूत करना है। गोलीबारी की घटना में वेस्ट वर्जीनिया नेशनल गार्ड की 20 वर्षीय सारा बेकस्ट्रॉम की मौत हो गई थी, जबकि 24 वर्षीय स्टाफ सार्जेंट एंड्रयू वुल्फ गंभीर रूप से घायल हुए थे।
गिरफ्तार व्यक्ति पर आरोप
इस मामले में 29 वर्षीय लाकनवाल नामक व्यक्ति को गिरफ्तार किया गया है, जिस पर फर्स्ट डिग्री मर्डर का आरोप है। बताया गया है कि वह पहले अफगान आर्मी की जीरो यूनिट का सदस्य था और 2021 में अमेरिका आया था। बाद में वह बेलिंगहैम, वाशिंगटन में बस गया, जहां वह अपनी पत्नी और पांच छोटे बेटों के साथ रहता था।
हालांकि, US कमेटी फॉर रिफ्यूजीज एंड इमिग्रेंट्स (USCRI) को भेजे गए ईमेल से पता चला कि उसे अमेरिका में जीवन में समायोजित होने में कठिनाई हो रही थी।
