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अमेरिका में भारतीय छात्र की वापसी: क्या है इस घटना का सच?

हाल ही में अमेरिका के नेवार्क एयरपोर्ट पर एक भारतीय छात्र को हथकड़ी लगाकर वापस भेजने की घटना ने भारतीय समुदाय में चिंता और नाराजगी का माहौल पैदा कर दिया है। सोशल मीडिया पर वायरल हुए वीडियो में छात्र को रोते हुए देखा गया। अमेरिका ने इस मामले पर प्रतिक्रिया देते हुए कहा है कि वह अवैध तरीके से प्रवेश करने वालों के खिलाफ सख्त है। सामाजिक उद्यमी कुणाल जैन ने भी इस घटना पर अपनी चिंता व्यक्त की है। जानें इस मामले की पूरी जानकारी और भारतीय महावाणिज्य दूतावास की प्रतिक्रिया।
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अमेरिका में भारतीय छात्र की वापसी: क्या है इस घटना का सच?

नेवार्क एयरपोर्ट पर भारतीय छात्र की वापसी

हाल ही में अमेरिका के नेवार्क एयरपोर्ट पर एक भारतीय छात्र को हथकड़ी लगाकर भारत भेजने की घटना ने काफी ध्यान आकर्षित किया है। सोशल मीडिया पर वायरल हुए एक वीडियो में छात्र को रोते हुए देखा गया, जिससे भारतीय समुदाय में चिंता और नाराजगी का माहौल बन गया है।


अमेरिका का आधिकारिक बयान

अमेरिका ने क्या कहा?


इस घटना के बाद, भारत में अमेरिकी दूतावास ने कहा कि अमेरिका वैध यात्रियों का स्वागत करता है, लेकिन अवैध तरीके से प्रवेश करने वालों या वीजा का दुरुपयोग करने वालों के खिलाफ सख्त कार्रवाई करेगा। उन्होंने यह भी स्पष्ट किया कि अमेरिका की यात्रा किसी का 'अधिकार' नहीं है।


घटना का विवरण

मामला तब शुरू हुआ जब एक एनआरआई ने सोशल मीडिया पर पोस्ट किया कि उन्होंने न्यूयॉर्क के नेवार्क एयरपोर्ट पर एक भारतीय छात्र को हथकड़ी में देखा, जिसे अधिकारी अपराधी की तरह पेश कर रहे थे। उन्होंने लिखा कि छात्र अपने सपनों को पूरा करने आया था, न कि किसी को नुकसान पहुंचाने।


अमेरिका में भारतीय छात्र की वापसी: क्या है इस घटना का सच?
U.S. Embassy India


सामाजिक उद्यमी की प्रतिक्रिया

सामाजिक उद्यमी ने क्या कहा?


सामाजिक उद्यमी कुणाल जैन ने बताया कि छात्र हरियाणवी में बात कर रहा था और मानसिक रूप से स्वस्थ था, जबकि अधिकारी उसे पागल साबित करने की कोशिश कर रहे थे। जैन ने यह भी कहा कि हर दिन 3-4 छात्रों को इसी तरह वापस भेजा जा रहा है, और हाल के दिनों में ऐसी घटनाएं बढ़ी हैं।


घटना के बाद, न्यूयॉर्क स्थित भारतीय महावाणिज्य दूतावास ने सोशल मीडिया पर जानकारी दी कि उन्होंने इस मामले का संज्ञान लिया है और स्थानीय अधिकारियों से संपर्क में हैं। उन्होंने आश्वासन दिया कि भारतीय नागरिकों की सुरक्षा और सहायता के लिए वाणिज्य दूतावास हमेशा तत्पर रहेगा।