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अमेरिका में भारतीय रणनीतिकार की गिरफ्तारी: टॉप सीक्रेट दस्तावेज और चीनी अधिकारियों से गुप्त बैठकें

भारतीय मूल के रणनीतिकार एश्ले जे. टेलिस को एफबीआई ने अमेरिका में संवेदनशील रक्षा दस्तावेजों के मामले में गिरफ्तार किया है। उनके खिलाफ गंभीर आरोप हैं, जिसमें गोपनीय दस्तावेजों को अपने पास रखना और चीनी अधिकारियों के साथ गुप्त बैठकें शामिल हैं। वर्जीनिया में उनके घर पर छापेमारी के दौरान हजारों टॉप सीक्रेट दस्तावेज बरामद किए गए। जानें इस मामले की पूरी जानकारी और टेलिस के खिलाफ चल रहे मुकदमे के बारे में।
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अमेरिका में भारतीय रणनीतिकार की गिरफ्तारी: टॉप सीक्रेट दस्तावेज और चीनी अधिकारियों से गुप्त बैठकें

संवेदनशील दस्तावेजों की बरामदगी


गोपनीय अमेरिकी दस्तावेज: भारतीय मूल के प्रमुख रणनीतिकार एश्ले जे. टेलिस को एफबीआई ने अमेरिका में संवेदनशील रक्षा दस्तावेजों को अपने पास रखने और चीनी अधिकारियों के साथ गुप्त बैठकों के आरोप में गिरफ्तार किया है। वर्जीनिया के वियना में उनके निवास पर छापेमारी के दौरान एक हजार से अधिक टॉप सीक्रेट और सीक्रेट दस्तावेज बरामद किए गए हैं।


टेलिस की पृष्ठभूमि और गिरफ्तारी

64 वर्षीय टेलिस, जो अमेरिका-भारत परमाणु समझौते के प्रमुख आर्किटेक्ट में से एक हैं, पर अमेरिकी राष्ट्रीय सुरक्षा कानूनों का उल्लंघन करने और विदेशी संपर्कों की जानकारी छिपाने के गंभीर आरोप लगे हैं। गिरफ्तारी से पहले, वे रोम की यात्रा की योजना बना रहे थे, लेकिन जांच एजेंसी ने उन्हें समय पर पकड़ लिया।


एफबीआई की छापेमारी का विवरण

एफबीआई द्वारा प्रस्तुत हलफनामे के अनुसार, टेलिस ने सितंबर और अक्टूबर 2025 में अमेरिकी रक्षा और विदेश मंत्रालयों से गोपनीय दस्तावेजों की प्रिंटिंग की। 25 सितंबर को, उन्हें रक्षा विभाग की एक उच्च सुरक्षा सुविधा में सीक्रेट फाइलें प्रिंट करते हुए देखा गया। उन्होंने एक 1,288 पन्नों की गोपनीय फाइल को 'Econ Reform' नाम से सेव किया और बाद में उसे डिलीट कर दिया।


गुप्त दस्तावेजों की बरामदगी

10 अक्टूबर को, टेलिस को फिर से वही दस्तावेज पढ़ते हुए देखा गया। 11 अक्टूबर को, एफबीआई ने उनके वियना स्थित घर पर छापा मारा और तहखाने में छिपाए गए हजारों टॉप सीक्रेट दस्तावेज बरामद किए।


चीनी अधिकारियों के साथ बैठकें

एफबीआई की रिपोर्ट में कहा गया है कि टेलिस ने सितंबर 2022 से सितंबर 2025 के बीच वर्जीनिया के फेयरफैक्स में एक रेस्टोरेंट में कई बार चीनी अधिकारियों से मुलाकात की। एक बैठक में, वे मनीला लिफाफा लेकर आए थे, जो मीटिंग के बाद उनके पास नहीं था। इन बैठकों में ईरान-चीन संबंध, आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस और अमेरिका-पाकिस्तान नीति जैसे संवेदनशील मुद्दों पर चर्चा की गई।


कोर्ट में पेशी और आरोप

11 अक्टूबर को गिरफ्तारी के बाद, टेलिस को 13 अक्टूबर को वर्जीनिया डिस्ट्रिक्ट कोर्ट में पेश किया गया, जहां उन्हें आधिकारिक तौर पर आरोपी ठहराया गया। उन पर राष्ट्रीय सुरक्षा कानूनों के उल्लंघन, गोपनीय दस्तावेजों की चोरी और विदेशी संपर्कों की रिपोर्टिंग में विफलता के आरोप लगाए गए हैं। यदि दोषी पाए गए, तो उन्हें 10 साल तक की जेल और 2.5 लाख डॉलर का जुर्माना हो सकता है।