इजराइल के मंत्री का हमास पर कड़ा हमला, बंधकों के शवों का हिसाब न देने का आरोप

इजराइल के सुरक्षा मंत्री का बयान
इजराइल के नेता और सुरक्षा मंत्री इतमार बेन-ग्वीर ने हमास पर तीखा हमला करते हुए कहा है कि गाजा से रिहा किए गए बंधकों के शवों का सही हिसाब न देने के कारण इस समूह को पृथ्वी से मिटा देना चाहिए। बेन-ग्वीर, जिन पर उनके कट्टरपंथी बयानों के चलते कई देशों में प्रतिबंध लगाए गए हैं, ने पहले ही अमेरिका-समर्थित युद्धविराम समझौते का विरोध किया था।
बेन-ग्वीर ने हमास की तुलना नाज़ीवाद से करते हुए उस पर समझौते के प्रति बेइमानी और शवों के साथ दुर्व्यवहार का आरोप लगाया। उन्होंने कहा कि हमास ने थोड़ी-सी शर्तें पूरी होते ही फिर से धोखा और कुटिलता की पुरानी पद्धतियों को अपनाया है। उनके अनुसार, यह नाज़ी आतंक केवल बल का प्रयोग करता है और इससे निपटने का एकमात्र तरीका इसे पृथ्वी से मिटा देना है।
हमास ने पहले ही कहा था कि युद्ध और मलबे के कारण बंधकों के अवशेषों की पहचान और उनका हस्तांतरण कठिन हो गया है। मध्यस्थ देशों ने भी शवों की अदल-बदल और रिहाई से जुड़े तकनीकी और मानवीय जटिलताओं का हवाला दिया है। बेन-ग्वीर के कड़े बयान राजनीतिक और कूटनीतिक स्तर पर चिंता का विषय बन गए हैं।
कुछ अंतरराष्ट्रीय और क्षेत्रीय राजनयिकों ने उनके शब्दों की निंदा करते हुए कहा है कि आग उकसाने वाली भाषाएँ शांति प्रयासों को नुकसान पहुंचा सकती हैं और मानवीय संकट को और गहरा कर सकती हैं। वहीं, इज़राइली दायित्वों और सुरक्षा चिंताओं के समर्थक उनके रुख को कड़ा होने के संकेत के रूप में देखते हैं।
स्थिति तनावपूर्ण बनी हुई है; दोनों पक्षों और मध्यस्थों के बीच वार्ता, शव-हस्तांतरण और मानवीय राहत के मुद्दे संवेदनशील बने हुए हैं, और अंतरराष्ट्रीय समुदाय इन कड़वे बयानों के असर पर नजर बनाए हुए है।