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इजरायल-हमास युद्ध विराम समझौता: मानवीय सहायता के लिए रास्ता साफ

इजरायल और हमास के बीच युद्ध विराम समझौता शुक्रवार दोपहर से प्रभावी हो गया है, जिससे गाजा में मानवीय सहायता पहुंचाने का मार्ग प्रशस्त हुआ है। इस समझौते के तहत दोनों पक्षों ने हमलों को रोकने पर सहमति जताई है। इजरायली सेना ने बताया कि बंधकों की वापसी की तैयारी भी की जा रही है। हालाँकि, गाजा के कई इलाके नागरिकों के लिए खतरनाक बने हुए हैं। जानें इस महत्वपूर्ण घटनाक्रम के बारे में और अधिक जानकारी।
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इजरायल-हमास युद्ध विराम समझौता: मानवीय सहायता के लिए रास्ता साफ

इजरायल-हमास युद्ध विराम की घोषणा


इजरायल-हमास युद्ध विराम: शुक्रवार दोपहर से इजरायल और हमास के बीच युद्ध विराम समझौता लागू हो गया है, जैसा कि इजरायली सेना ने बताया। सेना ने यह भी कहा कि उनके जवान वापस लौट रहे हैं। इस समझौते के तहत दोनों पक्षों ने हमलों को रोकने पर सहमति जताई है, जिससे गाजा में मानवीय सहायता पहुंचाई जा सके और नागरिकों को राहत दी जा सके।


युद्ध विराम की तैयारी

इजरायल की सेना ने एक पोस्ट में कहा कि "युद्ध विराम समझौता दोपहर 12:00 बजे से प्रभावी हुआ। इस समय से, आईडीएफ सैनिकों ने युद्ध विराम समझौते और बंधकों की वापसी की तैयारी के लिए अद्यतन तैनाती लाइनों पर काम करना शुरू कर दिया है। दक्षिणी कमान में तैनात आईडीएफ सैनिक किसी भी तात्कालिक खतरे का सामना करने के लिए तैयार हैं।"




डोनाल्ड ट्रम्प की शांति योजना के बाद युद्ध विराम

यह घटनाक्रम इजरायली कैबिनेट द्वारा गाजा पट्टी में अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प की शांति योजना को मंजूरी दिए जाने के कुछ घंटों बाद हुआ। इस योजना में बंधकों की रिहाई और फिलिस्तीनी कैदियों की अदला-बदली का समझौता भी शामिल है। इजरायल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू ने बताया कि गाजा में 20 बंधक जीवित हैं, जबकि 28 अन्य मृत पाए गए हैं।


गाजा में नागरिकों के लिए खतरे

युद्ध विराम लागू होने के साथ ही हजारों विस्थापित फिलिस्तीनी उत्तरी गाजा की ओर अपने घरों की ओर लौटने लगे हैं। हालांकि, इजरायली सेना ने चेतावनी दी है कि गाजा के कई इलाके नागरिकों के लिए अत्यंत खतरनाक बने हुए हैं। सेना ने कहा कि गाजा पट्टी में दक्षिण से उत्तर की ओर आवाजाही राशिद (तटीय) और सलाल अल-दीन मार्गों से की जा सकेगी। लोगों को बेत हनून, बेत लाहिया, शुजाइया सहित उत्तरी क्षेत्रों और भारी सैन्य तैनाती वाले स्थानों से दूर रहने की सलाह दी गई है।