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ईरान-इजरायल संघर्ष: मिसाइल हमलों की बढ़ती संख्या और इजरायल की रक्षा चुनौतियाँ

ईरान और इजरायल के बीच चल रहे संघर्ष में मिसाइल हमलों की संख्या तेजी से बढ़ रही है। इजरायल ने ईरान के सैन्य ढांचे पर हमले किए हैं, लेकिन उसकी रक्षा प्रणाली की स्थिरता पर चिंता बढ़ रही है। ईरानी सेना ने कई बैलिस्टिक मिसाइलें दागी हैं, जिससे इजरायल की वायु रक्षा भंडार पर दबाव बढ़ गया है। जानें इस संघर्ष की ताजा स्थिति और इजरायल की चुनौतियों के बारे में।
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ईरान-इजरायल संघर्ष: मिसाइल हमलों की बढ़ती संख्या और इजरायल की रक्षा चुनौतियाँ

ईरान और इजरायल के बीच बढ़ता तनाव

ईरान और इजरायल के बीच युद्ध जारी है, जिसमें दोनों पक्षों द्वारा मिसाइल और ड्रोन हमले हो रहे हैं। इजरायल ने ईरान के सैन्य ढांचे पर महत्वपूर्ण सफलताओं का दावा किया है, लेकिन इसके बावजूद, उसकी लंबी दूरी की मिसाइल इंटरसेप्टर की आपूर्ति में कमी आ रही है, जिससे उसकी रक्षा प्रणालियों की स्थिरता पर सवाल उठ रहे हैं.


मिसाइल हमलों की स्थिति

यह जानकारी इजरायल और ईरान के बीच लगातार मिसाइल हमलों के संदर्भ में आई है। पिछले शुक्रवार को इजरायल ने ऑपरेशन राइजिंग लॉयन शुरू किया, जिसके बाद ईरानी सेना ने लगभग 400 बैलिस्टिक मिसाइलें दागी। तेल अवीव के अधिकारियों ने बताया कि ईरान के एक तिहाई मिसाइल लांचर नष्ट कर दिए गए हैं और इजरायल ने ईरानी आसमान में हवाई श्रेष्ठता का दावा किया है। हालांकि, खुफिया रिपोर्टों के अनुसार, ईरान की मिसाइलों का आधा से अधिक हिस्सा अभी भी सुरक्षित है.


इजरायल की मिसाइल रक्षा प्रणाली की चुनौतियाँ

इजरायल की मिसाइल रक्षा प्रणाली, जिसमें आयरन डोम, डेविड स्लिंग, एरो सिस्टम और अमेरिका द्वारा प्रदान की गई पैट्रियट और THAAD बैटरियां शामिल हैं, की रखरखाव लागत चिंता का विषय बनती जा रही है। एक वित्तीय दैनिक ने अनुमान लगाया है कि रात के समय के मिसाइल रक्षा संचालन की लागत 1 बिलियन शेकेल ($285 मिलियन) तक पहुँच सकती है। एरो सिस्टम के इंटरसेप्टर की कीमत अकेले 3 मिलियन डॉलर है.


भंडार पर दबाव

ईरानी मिसाइल हमलों की निरंतरता के कारण, इजरायली वायु रक्षा भंडार पर गंभीर दबाव है। एक सूत्र ने बताया कि यदि ईरान हमलों की गति बनाए रखता है, तो इजरायल अमेरिका से त्वरित आपूर्ति या हस्तक्षेप के बिना 10 से 12 दिनों तक अपनी मिसाइल रक्षा को बनाए रख सकता है.


हमलों की ताजा घटनाएँ

शुक्रवार की रात को ईरानी मिसाइलों ने इजरायल की सुरक्षा को चकमा देते हुए तेल अवीव में आईडीएफ मुख्यालय के निकट हमला किया। रविवार को एक प्रमुख तेल रिफाइनरी को हमले के कारण बंद करना पड़ा। मंगलवार की सुबह, सोशल मीडिया पर कई ईरानी मिसाइलों के हमले के वीडियो सामने आए हैं। अब तक, इजरायली सरकार ने 24 लोगों की मौत और 600 से अधिक लोगों के घायल होने की पुष्टि की है.