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ईरान का जी-7 देशों के बयान पर प्रतिक्रिया: यूरेनियम संवर्धन जारी रहेगा

ईरान ने जी-7 देशों के हालिया बयान पर प्रतिक्रिया दी है, जिसमें उन्होंने कहा है कि वह यूरेनियम संवर्धन को नहीं रोकेगा। ईरान का यह निर्णय परमाणु अप्रसार संधि के तहत उनके अधिकारों की रक्षा करने का संकेत है। जी-7 देशों ने ईरान से न्यूक्लियर डील पर बातचीत फिर से शुरू करने का आग्रह किया है, लेकिन ईरान ने बिना शर्त बातचीत से इनकार किया है। जानें इस मुद्दे पर ईरान का क्या कहना है और जी-7 देशों की बैठक में क्या चर्चा हुई।
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ईरान का जी-7 देशों के बयान पर प्रतिक्रिया: यूरेनियम संवर्धन जारी रहेगा

ईरान की प्रतिक्रिया जी-7 देशों के बयान पर

ईरान का जी-7 देशों के बयान पर प्रतिक्रिया: जी-7 देशों ने ईरान से न्यूक्लियर डील पर बातचीत फिर से शुरू करने का आग्रह किया है। सभी सात देशों ने अपने पूर्व के बयान को दोहराते हुए कहा है कि ईरान के पास कभी भी परमाणु हथियार नहीं होने चाहिए और उसे यूरेनियम संवर्धन रोकना चाहिए। इजरायल को अपनी सुरक्षा के लिए पूरी स्वतंत्रता है और इस दिशा में उसके प्रयासों का समर्थन किया गया है। ईरान और इजरायल के बीच युद्धविराम का भी समर्थन किया गया है, लेकिन सभी देशों से यह भी अनुरोध किया गया है कि वे युद्ध जैसी स्थिति से बचें। इस पर ईरान ने अपनी प्रतिक्रिया दी है।


ईरान का यूरेनियम संवर्धन का अधिकार: ईरान ने स्पष्ट किया है कि वह यूरेनियम संवर्धन को नहीं रोकेगा। वह परमाणु अप्रसार संधि (NPT) के तहत अपने अधिकारों की रक्षा करेगा। ईरान के राजदूत अमीर सईद इरावानी ने कहा है कि बाहरी दबाव के बावजूद, ईरान यूरेनियम संवर्धन जारी रखेगा। उन्होंने यह भी बताया कि ईरान परमाणु कार्यक्रम पर बातचीत के लिए तैयार है, लेकिन यह बिना शर्त नहीं होगी। वर्तमान में बातचीत के लिए सही समय और स्थिति नहीं है।


जी-7 देशों की बैठक का विवरण: हाल ही में जी-7 देशों ने एक संयुक्त बयान जारी किया, जिसमें विदेश मंत्रियों ने ईरान से परमाणु समझौते पर फिर से बातचीत शुरू करने का अनुरोध किया। यह बैठक 25 जून को हेग में हुई थी, जिसमें कनाडा, फ्रांस, जर्मनी, इटली, जापान, यूनाइटेड किंगडम और अमेरिका के विदेश मंत्री शामिल थे। बैठक में मध्य पूर्व में तनाव पर चर्चा की गई और ईरान से आग्रह किया गया कि वह अंतर्राष्ट्रीय परमाणु ऊर्जा एजेंसी (IAEA) के साथ सहयोग करे।