एलन मस्क का भविष्यवाणी: फोन की अवधारणा होगी समाप्त
नई दिल्ली में एलन मस्क का बयान
नई दिल्ली: टेक्नोलॉजी के क्षेत्र में अग्रणी एलन मस्क ने एक बार फिर अपनी भविष्यवाणी से सबको चौंका दिया है। 'जो रोगन एक्सपीरियंस' पॉडकास्ट में उन्होंने स्पष्ट किया कि वह किसी नए मोबाइल फोन पर काम नहीं कर रहे हैं, लेकिन उनका मानना है कि भविष्य में पारंपरिक अर्थों में 'फोन' जैसी कोई चीज नहीं होगी। मस्क के अनुसार, आने वाले उपकरण केवल AI इंफरेंस एज नोड्स के रूप में कार्य करेंगे, जो सर्वर-साइड आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस से सीधे जुड़े होंगे।
भविष्य के उपकरणों की कार्यप्रणाली
एलन मस्क ने कहा कि भविष्य में हमारे उपकरण केवल रेडियो कनेक्शन के माध्यम से AI सिस्टम से संवाद करेंगे। उन्होंने कहा, 'जिसे हम आज फोन कहते हैं, वह वास्तव में AI से संवाद करने वाला एज नोड बन जाएगा। यह रीयल-टाइम में आपकी किसी भी आवश्यकता का वीडियो, ऑडियो या विजुअल आउटपुट प्रदान करेगा।' मस्क के अनुसार, ऐसे उपकरणों में न तो पारंपरिक ऑपरेटिंग सिस्टम होगा और न ही ऐप्स की आवश्यकता पड़ेगी।
भविष्य की तकनीक का स्वरूप
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Elon Musk: “I am not working on a phone. I can tell you where I think things will go, which is that we’re not going to have a phone in the traditional sense. What we’ll call a phone will really be an edge node for AI inference with some radios to connect. Essentially, you’ll have… pic.twitter.com/t0z28CVmKU
— Sawyer Merritt (@SawyerMerritt) October 31, 2025
AI और मानव के बीच की दूरी
इस भविष्य की परिकल्पना में, उपकरण केवल एक स्क्रीन और ऑडियो आउटपुट टूल के रूप में कार्य करेगा, जो रीयल-टाइम में सर्वर-साइड AI से जानकारी प्राप्त करेगा। मस्क ने यह भी संकेत दिया कि आने वाले वर्षों में इंसानों और AI के बीच की दूरी कम हो जाएगी, क्योंकि अधिकांश कार्य सीधे AI-संचालित उपकरणों के माध्यम से किए जाएंगे।
बात करने के तरीके में बदलाव
उन्होंने कहा कि फोन की अवधारणा उसी तरह पुरानी हो जाएगी जैसे आज टेलीग्राफ या पेजर हो गए हैं। मस्क के अनुसार, AI के साथ संवाद करने का तरीका पूरी तरह से बदल जाएगा, यह ठीक उसी तरह होगा जैसे किसी इंसान से बात करना। एलन मस्क की यह भविष्यवाणी उनकी AI कंपनी xAI और न्यूरालिंक प्रोजेक्ट्स से भी जुड़ी मानी जा रही है।
विशेषज्ञों की राय
विशेषज्ञों का मानना है कि मस्क जिस 'AI एज नोड' की बात कर रहे हैं, वह न्यूरालिंक और क्लाउड-बेस्ड AI का संयोजन हो सकता है। इससे यह संभव होगा कि हर उपकरण खुद एक मिनी-AI हब की तरह कार्य करे। यह तकनीक डेटा प्राइवेसी, सर्वर सुरक्षा और AI नियमन के लिहाज से बड़ी चुनौतियां उत्पन्न कर सकती है। भविष्य में यदि सब कुछ AI सर्वर पर निर्भर होगा, तो इंटरनेट एक्सेस और साइबर सुरक्षा की भूमिका अत्यंत महत्वपूर्ण हो जाएगी।
