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कनाडा में भारतीय नागरिक की मौत पर भारत सरकार का कड़ा बयान: क्या है पूरा मामला?

कनाडा में भारतीय मूल के एक व्यक्ति की चिकित्सा लापरवाही से हुई मौत पर भारत सरकार ने कड़ा रुख अपनाया है। विदेश मंत्रालय ने कनाडा सरकार की जिम्मेदारी को स्पष्ट किया है। प्रशांत श्रीकुमार की मौत के मामले में परिवार ने अस्पताल की लापरवाही को जिम्मेदार ठहराया है। इस घटना ने भारतीय समुदाय की सुरक्षा और स्वास्थ्य सेवाओं की गुणवत्ता पर सवाल उठाए हैं। जानें इस मामले की पूरी जानकारी और विदेश मंत्रालय की प्रतिक्रिया।
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कनाडा में भारतीय नागरिक की मौत पर भारत सरकार का कड़ा बयान: क्या है पूरा मामला?

भारत सरकार की सख्त प्रतिक्रिया


नई दिल्ली: कनाडा में एक भारतीय मूल के व्यक्ति की कथित चिकित्सा लापरवाही के कारण हुई मृत्यु पर भारत सरकार ने सख्त रुख अपनाया है। विदेश मंत्रालय (MEA) ने स्पष्ट रूप से कहा है कि इस मामले की जिम्मेदारी कनाडा सरकार की है। विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता रणधीर जायसवाल ने इस घटना को अत्यंत दुर्भाग्यपूर्ण बताते हुए जवाबदेही तय करने की आवश्यकता पर जोर दिया।


कनाडा सरकार की जिम्मेदारी

रणधीर जायसवाल ने कहा कि मृतक भारतीय मूल का था, लेकिन वह कनाडा का नागरिक था। ऐसे में वहां की स्वास्थ्य प्रणाली और प्रशासन की जिम्मेदारी बनती है। उन्होंने कनाडा सरकार से इस मामले को गंभीरता से लेने और पीड़ित परिवार को न्याय दिलाने के लिए आवश्यक कदम उठाने की अपील की।


अस्पताल में इलाज के दौरान हुई मौत

मीडिया रिपोर्टों के अनुसार, 44 वर्षीय प्रशांत श्रीकुमार की कनाडा के एडमंटन स्थित ग्रे नन्स अस्पताल में मृत्यु हो गई। प्रशांत एक अकाउंटेंट थे और तीन बच्चों के पिता थे। 22 दिसंबर को काम के दौरान उन्हें सीने में तेज दर्द हुआ, जिसके बाद उन्हें तुरंत अस्पताल ले जाया गया। आरोप है कि गंभीर स्थिति के बावजूद डॉक्टरों और मेडिकल स्टाफ ने इसे हल्के में लिया और उन्हें घंटों इंतजार करने पर मजबूर किया।


परिवार की पीड़ा

प्रशांत के पिता कुमार श्रीकुमार ने बताया कि उनका बेटा लगातार दर्द की शिकायत कर रहा था। उसने कहा, "पापा, मैं दर्द सहन नहीं कर पा रहा हूं।" परिवार के अनुसार, अस्पताल में उनका ईसीजी किया गया, लेकिन रिपोर्ट सामान्य बताकर उन्हें वापस प्रतीक्षालय में बैठा दिया गया। दर्द से राहत के लिए केवल टायलेनॉल दिया गया और आठ घंटे तक उन्हें इलाज के लिए नहीं बुलाया गया।


इलाज से पहले ही हुई मृत्यु

कुमार श्रीकुमार के अनुसार, जब प्रशांत को अंततः इलाज के लिए बुलाया गया, तो वह कुछ ही सेकंड में बेहोश होकर गिर पड़ा। उसने सीने पर हाथ रखा और वहीं गिर गया। नर्सों ने तुरंत डॉक्टरों को बुलाया, लेकिन तब तक बहुत देर हो चुकी थी। प्रारंभिक जानकारी के अनुसार, उसकी मृत्यु हार्ट अटैक से हुई।


परिवार पर दुखों का पहाड़

प्रशांत अपने पीछे पत्नी और तीन छोटे बच्चों को छोड़ गए हैं, जिनकी उम्र तीन, 10 और 14 वर्ष है। इस घटना ने पूरे परिवार को गहरे सदमे में डाल दिया है। परिजन अब अस्पताल और स्वास्थ्य व्यवस्था की लापरवाही को जिम्मेदार ठहरा रहे हैं।


भारतीय छात्र की हत्या पर चिंता

इसी प्रेस ब्रीफिंग में विदेश मंत्रालय ने कनाडा में एक भारतीय छात्र की गोली मारकर हत्या पर भी दुख व्यक्त किया। मृतक छात्र शिवांक अवस्थी टोरंटो विश्वविद्यालय में पीएचडी का छात्र था। उसका शव यूनिवर्सिटी ऑफ टोरंटो के स्कारबरो कैंपस के पास मिला था। पुलिस इस मामले को हत्या मानकर जांच कर रही है।


भारतीय समुदाय की सुरक्षा पर सवाल

रणधीर जायसवाल ने कहा कि कनाडा में भारतीय दूतावास पीड़ित परिवारों के संपर्क में है और हर संभव सहायता प्रदान की जा रही है। इन दोनों घटनाओं ने कनाडा में भारतीय समुदाय की सुरक्षा और स्वास्थ्य सेवाओं की गुणवत्ता को लेकर गंभीर चिंताएं खड़ी कर दी हैं। भारत सरकार ने स्पष्ट संकेत दिए हैं कि वह इन मामलों पर करीबी नजर बनाए रखेगी और आवश्यक स्तर पर अपनी बात रखेगी।