क्या डोनाल्ड ट्रंप की भारत यात्रा से बढ़ेगा भारत-अमेरिका संबंधों का स्तर?
भारत के प्रति ट्रंप का सकारात्मक रुख
नई दिल्ली: अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने हाल ही में भारत के प्रति अपने सकारात्मक दृष्टिकोण का संकेत दिया है। उन्होंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के साथ अपनी बातचीत को बहुत अच्छा बताया और यह भी कहा कि वह जल्द ही भारत की यात्रा करने पर विचार कर रहे हैं।
ओवल ऑफिस में मीडिया से बातचीत करते हुए ट्रंप ने मोदी को अपना करीबी मित्र बताया और कहा कि दोनों देशों के बीच ऊर्जा सहयोग में तेजी आ रही है। उन्होंने यह भी कहा कि भारत ने रूस से तेल खरीद में काफी कमी की है, जो कि उनके प्रशासन की नीति के अनुरूप है।
ट्रंप ने कहा कि मोदी ने रूस से तेल आयात को काफी हद तक घटा दिया है। वह एक महान व्यक्ति हैं और हम अक्सर संवाद करते हैं। उन्होंने मुझे भारत आने के लिए आमंत्रित किया है, और मैं वहां जाने के लिए तैयार हूं। जब उनसे पूछा गया कि क्या वह अगले वर्ष भारत आएंगे, तो ट्रंप ने कहा, “संभव है, हां।”
व्यापार वार्ता और कूटनीतिक संबंध
ट्रंप की यह टिप्पणी ऐसे समय में आई है जब अमेरिका और भारत व्यापारिक मतभेदों को सुलझाने की कोशिश कर रहे हैं। अमेरिका ने हाल ही में भारतीय निर्यात पर 50 प्रतिशत तक टैरिफ लगाया है और कुछ उत्पादों पर 25 प्रतिशत का अतिरिक्त शुल्क भी लगाया है। वाशिंगटन का कहना है कि भारत ने रूस से कच्चे तेल की खरीद जारी रखकर अमेरिका की चिंताओं की अनदेखी की है।
व्हाइट हाउस की प्रवक्ता कैरोलिन लेविट ने कहा कि राष्ट्रपति ट्रंप भारत के साथ संबंधों को और मजबूत करने के लिए प्रतिबद्ध हैं। उन्होंने भारत को अमेरिका का एक महत्वपूर्ण साझेदार बताया और कहा कि दोनों देशों के उच्च-स्तरीय संपर्क लगातार बढ़ रहे हैं।
ऊर्जा आयात पर चर्चा
ट्रंप और मोदी के बीच हाल की चर्चाओं में ऊर्जा आयात एक महत्वपूर्ण विषय रहा है। ट्रंप का कहना है कि उन्होंने भारत से रूस पर निर्भरता कम करने के लिए बार-बार आग्रह किया है। वर्तमान में, भारत अपने कुल कच्चे तेल का लगभग 34 प्रतिशत रूस से आयात करता है, जबकि अमेरिका उसकी करीब 10 प्रतिशत ऊर्जा जरूरतों को पूरा करता है।
ट्रंप ने कहा कि भारत धीरे-धीरे रूसी ऊर्जा से दूरी बना रहा है और इस पर नई दिल्ली के कदमों को “सकारात्मक” बताया। उन्होंने कहा कि यह निर्णय वैश्विक भू-राजनीति में स्थिरता लाने में मदद करेगा।
टैरिफ नीति पर ट्रंप का बयान
ओवल ऑफिस में ट्रंप ने यह भी कहा कि उनकी टैरिफ आधारित रणनीति ने कई अंतरराष्ट्रीय तनावों को कम किया है। उन्होंने भारत-पाकिस्तान के पुराने तनाव का उदाहरण देते हुए कहा कि व्यापारिक दबाव ने दोनों परमाणु-सशस्त्र देशों के बीच स्थिति को शांत करने में मदद की है।
