क्या है एश्ले टेलिस की गिरफ्तारी का रहस्य? जानें अमेरिकी रणनीतिकार के विवादास्पद कृत्यों के बारे में

एश्ले टेलिस की गिरफ्तारी का मामला
एश्ले टेलिस की गिरफ्तारी: अमेरिकी रणनीतिकार और भारतीय मूल के वरिष्ठ विश्लेषक एश्ले टेलिस को राष्ट्रीय सुरक्षा से संबंधित संवेदनशील जानकारी रखने और चीनी अधिकारियों से संपर्क करने के आरोप में गिरफ्तार किया गया है। अमेरिकी न्याय विभाग द्वारा हाल ही में जारी की गई अदालत की फाइलिंग के अनुसार, टेलिस पर ऐसे गोपनीय दस्तावेज रखने का आरोप है जो टॉप सीक्रेट और सीक्रेट श्रेणी में आते हैं। टेलिस, जो अमेरिका-भारत संबंधों पर एक प्रमुख आवाज माने जाते हैं, पर आरोप है कि उन्होंने कई अमेरिकी राष्ट्रपतियों के अधीन कार्य किया है और अमेरिका की राष्ट्रीय सुरक्षा परिषद तथा रक्षा विभाग से जुड़े रहे हैं।
टेलिस के निवास से बरामद गोपनीय दस्तावेज
अदालत में प्रस्तुत दस्तावेजों के अनुसार, एश्ले टेलिस के वर्जीनिया स्थित घर से एक तलाशी अभियान के दौरान कई स्थानों से गोपनीय दस्तावेज प्राप्त हुए हैं। इनमें फाइलिंग कैबिनेट, बेसमेंट का डेस्क और स्टोरेज रूम में रखे काले ट्रैश बैग शामिल हैं। मीडिया रिपोर्टों के अनुसार, टेलिस के पास टॉप सीक्रेट सुरक्षा मंजूरी थी और वह संवेदनशील खुफिया सूचनाओं तक पहुंच रखते थे। जांच में यह भी सामने आया कि सितंबर और अक्टूबर 2025 के बीच टेलिस ने रक्षा और विदेश विभाग की इमारतों से दस्तावेजों को एक्सेस किया, प्रिंट किया और अपने साथ ले गए। एक सीसीटीवी फुटेज में उन्हें एक चमड़े के ब्रीफकेस के साथ जाते हुए देखा गया, जिसमें क्लासिफाइड दस्तावेज रखे गए थे।
चीनी अधिकारियों से संदिग्ध मुलाकातें
टेलिस पर आरोप है कि उन्होंने पिछले कुछ वर्षों में कई बार चीनी सरकारी अधिकारियों से मुलाकात की। एक बैठक 15 सितंबर 2025 को वर्जीनिया के फेयरफैक्स में एक रेस्तरां में हुई, जिसमें टेलिस एक मनीला लिफाफा लेकर पहुंचे थे और लौटते समय वह लिफाफा उनके पास नहीं था। अप्रैल 2023 में एक अन्य बैठक में, गवाहों ने दावा किया कि टेलिस और चीनी अधिकारियों के बीच ईरान-चीन संबंध और आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस जैसे संवेदनशील विषयों पर चर्चा हुई। 2 सितंबर को एक और मुलाकात के दौरान टेलिस को चीनी अधिकारियों से एक गिफ्ट बैग भी प्राप्त हुआ था।
अमेरिकी अटॉर्नी का बयान
अमेरिकी अटॉर्नी लिंडसे हॉलिगन का कहना: हम अमेरिकी जनता को सभी विदेशी और घरेलू खतरों से सुरक्षित रखने पर पूरी तरह केंद्रित हैं। इस मामले में लगाए गए आरोप हमारे नागरिकों की सुरक्षा के लिए एक गंभीर खतरे को दर्शाते हैं।
एश्ले टेलिस की पृष्ठभूमि
एश्ले टेलिस के बारे में: मुंबई में जन्मे टेलिस ने सेंट जेवियर्स कॉलेज से शिक्षा प्राप्त की और फिर यूनिवर्सिटी ऑफ शिकागो से राजनीति विज्ञान में एमए और पीएचडी की डिग्री हासिल की। वह अमेरिका में एक प्रमुख थिंक टैंक, 'कार्नेगी एंडोमेंट फॉर इंटरनेशनल पीस' के सीनियर फेलो रहे हैं और भारत, अमेरिका और चीन के संबंधों पर उनकी गहरी समझ मानी जाती थी। वह अमेरिका की विदेश नीति, विशेषकर भारत के संदर्भ में रिपब्लिकन और डेमोक्रेट दोनों सरकारों के सलाहकार रहे हैं।
टेलिस की गिरफ्तारी का समय
टेलिस की गिरफ्तारी: टेलिस की गिरफ्तारी उस समय हुई है जब ट्रंप प्रशासन और राष्ट्रीय खुफिया निदेशक तुलसी गैबर्ड ने क्लासिफाइड जानकारी के दुरुपयोग के मामलों पर सख्त कार्रवाई की घोषणा की है। यदि दोषी ठहराए गए, तो टेलिस को 10 साल तक की जेल और 2,50,000 डॉलर तक का जुर्माना हो सकता है।
भारत पर टेलिस के विचार
टेलिस के आलोचनात्मक विचार: हाल ही में 17 जून को Foreign Affairs में लिखे अपने लेख में टेलिस ने भारत के 'मल्टीपोलर वर्ल्ड' के सपने को महत्वाकांक्षा अधिक, क्षमता कम करार दिया था। उन्होंने लिखा था कि चीन की अर्थव्यवस्था भले ही 2% की दर से भी बढ़े, भारत अभी भी उससे बहुत पीछे रहेगा। अपने लेख में 'India’s Great Power Delusions' में उन्होंने यह भी कहा कि नई दिल्ली अंतरराष्ट्रीय व्यवस्था को बहुध्रुवीय दिशा में ले जाने की कोशिश करता रहेगा, भले ही वह वॉशिंगटन की मंशा के खिलाफ हो।
टेलिस ने भारत की आंतरिक राजनीति को भी वैश्विक मंच पर उसकी स्थिति को कमजोर करने वाला बताया था और कहा था कि यदि भारत और अमेरिका दोनों इलिबरल डेमोक्रेसी बनते हैं, तो द्वितीय विश्व युद्ध के बाद बना वैश्विक ढांचा बुरी तरह क्षतिग्रस्त हो सकता है।