गाजा में युद्धविराम के बावजूद मुसलमानों की जिंदगी पर संकट: आंतरिक संघर्ष और विस्फोटक का खतरा

इजराइल-गाजा संघर्ष की वर्तमान स्थिति
Israel Gaza Conflict 2025: हाल ही में इजराइल और हमास के बीच युद्धविराम की घोषणा की गई है, लेकिन गाजा पट्टी में रहने वाले लाखों मुसलमानों की स्थिति अब भी गंभीर संकट में है। भूमध्य सागर के किनारे बसा यह क्षेत्र लगभग 365 वर्ग किलोमीटर में फैला है, जहां लगभग 23 लाख लोग निवास करते हैं। यहां की अधिकांश जनसंख्या सुन्नी मुसलमानों की है। पिछले दो वर्षों से चल रहे संघर्ष ने इस क्षेत्र को तबाही और खून से भर दिया है। इस संघर्ष में अब तक लगभग 65,000 लोगों की जान जा चुकी है, और 1,70,000 से अधिक लोग घायल हो चुके हैं।
हमास के साथ आंतरिक संघर्ष की स्थिति
गाजा में सुरक्षा और प्रशासन की स्थिति बेहद अस्थिर हो चुकी है।
हालांकि हमास और इजराइल के बीच संघर्ष में कुछ शांति आई है, लेकिन गाजा के भीतर एक नया संकट उभर आया है। अब हमास को गाजा के अंदर ही दूसरी कबिलाई जनजातियों के लड़ाकों से संघर्ष करना पड़ रहा है। इनमें दगमास और हलास जैसे समूह शामिल हैं, जो विभिन्न क्षेत्रों पर नियंत्रण पाने का प्रयास कर रहे हैं। इस आंतरिक संघर्ष ने गाजा को और अधिक अस्थिर बना दिया है। रिपोर्टों के अनुसार, हमास ने विद्रोहियों के खिलाफ अभियान चलाते हुए अब तक 32 लोगों को मार डाला है। गाजा में नियंत्रण बनाए रखने के लिए उसने लगभग 7,000 लड़ाकों को मैदान में उतार दिया है।
गाजा में प्रशासनिक शून्यता और जीवन की कठिनाइयाँ
गाजा की स्थिति अत्यंत भयावह हो चुकी है।
यहां अब कोई स्पष्ट प्रशासनिक ढांचा नहीं है। वर्तमान में लॉ एंड ऑर्डर की जिम्मेदारी मिस्र को दी गई है, लेकिन उसने अपनी सेना की तैनाती नहीं की है। इस कारण नागरिक असुरक्षा के माहौल में जी रहे हैं। लगभग 90 प्रतिशत गाजा मलबे में तब्दील हो चुका है। जो लोग इस नरसंहार में बच गए हैं, वे या तो खुले आसमान के नीचे रह रहे हैं या बंकरों में शरण लिए हुए हैं। पीने के पानी, खाद्य सामग्री और स्वास्थ्य सेवाओं की भारी कमी है।
गाजा में विस्फोटक का खतरा
गाजा में एक और बड़ा खतरा है जंग के दौरान गिराए गए बम।
अंतरराष्ट्रीय संस्था 'हैंडीकैप इंटरनेशनल' के अनुसार, गाजा पर लगभग 70,000 टन विस्फोटक गिराए गए हैं, जिनमें से लगभग 10 प्रतिशत यानी 7,000 टन अभी भी निष्क्रिय हैं। ये विस्फोटक जमीन में दबे हुए हैं और किसी भी समय जानलेवा धमाका कर सकते हैं। हवाई हमलों और लगातार संघर्ष के कारण इन विस्फोटकों को निष्क्रिय करना बेहद कठिन हो गया है। जब तक इन्हें हटाया नहीं जाता, तब तक गाजा में जीवन सुरक्षित नहीं हो सकता।
भविष्य की संभावनाएँ
युद्धविराम की घोषणा ने शांति की उम्मीद जगाई है, लेकिन गाजा पट्टी में मौजूद विस्फोटकों, आंतरिक संघर्ष, प्रशासनिक शून्यता और जीवन के मूलभूत संसाधनों की कमी ने मुसलमानों की जिंदगी को एक भयावह युद्ध क्षेत्र में तब्दील कर रखा है। इस क्षेत्र को स्थायी शांति, पुनर्निर्माण और वैश्विक मानवीय सहयोग की अत्यधिक आवश्यकता है।