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गाजा युद्ध का अंत: इजरायल और हमास के बीच ऐतिहासिक युद्धविराम समझौता

गाजा पट्टी में चल रहे संघर्ष का अंत अब निकट है, क्योंकि इजरायल और हमास के बीच एक ऐतिहासिक युद्धविराम समझौता हुआ है। इस समझौते के तहत 72 घंटे का युद्धविराम लागू होगा, जिसमें बंधकों की रिहाई और मानवीय सहायता की योजना शामिल है। अमेरिका सहित कई देशों के प्रतिनिधियों की निगरानी में यह प्रक्रिया होगी। जानें इस समझौते के प्रमुख बिंदु और इसके प्रभाव के बारे में।
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गाजा युद्ध का अंत: इजरायल और हमास के बीच ऐतिहासिक युद्धविराम समझौता

गाजा में संघर्ष का अंत


Israel Hamas War: गाजा पट्टी में पिछले कुछ महीनों से चल रहे हिंसक संघर्ष का अंत अब निकट है। इजरायल और हमास के बीच लंबे समय से जारी युद्ध को समाप्त करने के लिए एक महत्वपूर्ण समझौते की नींव रखी गई है। इजरायल की कैबिनेट ने इस युद्धविराम को स्वीकृति दे दी है, जिसके तहत 72 घंटे का युद्धविराम तुरंत प्रभावी होगा। इस दौरान, सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म X पर एक इजरायली समाचार वेबसाइट द्वारा साझा किए गए एक दस्तावेज ने लोगों का ध्यान आकर्षित किया है। इस दस्तावेज का शीर्षक है 'Complete End to the Gaza War', जिसमें अमेरिका, कतर, मिस्र और तुर्की जैसे मध्यस्थ देशों के हस्ताक्षर शामिल हैं, जो इस समझौते की पुष्टि करते हैं।


युद्धविराम के मुख्य बिंदु


  • दस्तावेज़ के अनुसार, जैसे ही इजरायली सरकार ने युद्धविराम को मंजूरी दी, यह तुरंत लागू हो गया। इसमें कुछ महत्वपूर्ण बिंदुओं पर सहमति बनी है:


  • 72 घंटे तक सभी सैन्य गतिविधियों को रोकने का निर्णय लिया गया है, जिसमें हवाई हमले, तोपखाना गोलाबारी और जमीनी कार्रवाई शामिल हैं।


  • इजरायली सेना को निर्धारित क्षेत्रों से पीछे हटना होगा और इन क्षेत्रों में हवाई निगरानी भी समाप्त कर दी जाएगी।


  • हमास को 72 घंटे के भीतर सभी इजरायली बंधकों को, चाहे वे जीवित हों या मृत, रिहा करना होगा।


  • कैदियों और मृतकों की जानकारी साझा की जाएगी।


  • इजरायल सरकार को अपने पास मौजूद फिलिस्तीनी कैदियों की पूरी सूची साझा करनी होगी।


  • हमास को इस दौरान मृत इजरायली नागरिकों की जानकारी अंतरराष्ट्रीय एजेंसियों के माध्यम से देनी होगी, जिसमें कतर, मिस्र, तुर्की और रेड क्रॉस शामिल हैं।


  • कैदियों की अदला-बदली बिना किसी सार्वजनिक कार्यक्रम या मीडिया कवरेज के शांति से की जाएगी।


  • मानवीय सहायता के लिए विशेष योजना बनाई गई है।


  • इस दस्तावेज़ में जनवरी 2025 के मानवीय सहायता समझौते का उल्लेख करते हुए गाजा में राहत पहुंचाने की प्रतिबद्धता भी व्यक्त की गई है:


  • तत्काल भोजन, दवाइयां और आवश्यक राहत सामग्री गाजा भेजी जाएगी।


  • सहायता पहुंचाने की प्रक्रिया भी मध्यस्थ देशों की निगरानी में पूरी की जाएगी।




अमेरिका की सैनिकों की तैनाती

युद्धविराम की निगरानी के लिए एक संयुक्त निगरानी दल (Joint Task Force) का गठन किया जाएगा, जिसमें अमेरिका, कतर, मिस्र, तुर्की और अन्य सहमत देशों के प्रतिनिधि शामिल होंगे। यह टास्क फोर्स युद्धविराम, कैदियों की रिहाई और सभी मानवीय गतिविधियों पर कड़ी निगरानी रखेगी। इसी क्रम में अमेरिका 200 से अधिक सैनिक इजरायल भेजेगा, जो शांति प्रक्रिया की निगरानी करेंगे और यह सुनिश्चित करेंगे कि कोई भी पक्ष समझौते का उल्लंघन न करे।


गाजा युद्ध के अंत की दिशा में बढ़ता यह समझौता मध्य पूर्व में शांति बहाली के लिए एक ऐतिहासिक कदम माना जा रहा है। हालांकि, इजरायली कैबिनेट की मंजूरी के बाद भी गाजा में हमलों की खबरों से स्थिति पूरी तरह स्पष्ट नहीं है। आने वाले 72 घंटे इस युद्धविराम की वास्तविक परीक्षा होंगे।