गाजा शांति समझौते में हमास की भागीदारी से इनकार

गाजा में युद्ध समाप्ति की कोशिशों को झटका
गाजा में शांति समझौते पर हमास का अस्वीकार: गाजा में चल रहे संघर्ष को समाप्त करने के लिए डोनाल्ड ट्रंप की पहल को एक बड़ा झटका लगा है। फिलिस्तीनी उग्रवादी संगठन हमास ने मिस्र में होने वाले शांति समझौते के हस्ताक्षर समारोह में भाग लेने से इनकार कर दिया है।
हमास ने ट्रंप के प्रस्ताव को 'बेतुका और अस्वीकार्य' करार दिया है, जिसमें उनके सदस्यों को गाजा छोड़ने के लिए कहा गया था। संगठन के नेताओं ने स्पष्ट किया है कि वे न तो गाजा छोड़ेंगे और न ही अपने हथियारों का समर्पण करेंगे।
ट्रंप की योजना पर हमास का कड़ा विरोध
टाइम्स ऑफ इजराइल के अनुसार, हमास के नेता होस्साम बदरान ने कहा कि किसी भी फिलिस्तीनी को, चाहे वह हमास का सदस्य हो या नहीं, अपनी भूमि से निकालने का विचार 'बेतुका और निरर्थक' है। उन्होंने बताया कि योजना के दूसरे चरण पर बातचीत करना बेहद कठिन होगा क्योंकि इसमें कई जटिल मुद्दे शामिल हैं। ट्रंप प्रशासन ने इस योजना के तहत हमास के शासन से हटने और उसके हथियार छोड़ने की शर्त रखी थी, लेकिन संगठन ने कहा है कि निरस्त्रीकरण किसी भी स्थिति में संभव नहीं है।
दो साल बाद बंधकों की रिहाई और युद्धविराम
ट्रंप की पहल के तहत शुक्रवार को इजराइल ने युद्धविराम की घोषणा की और गाजा के कुछ हिस्सों से अपनी सेना को हटा लिया। इससे विस्थापित परिवार अपने तबाह घरों की ओर लौटने लगे। हजारों फिलिस्तीनी पैदल, गाड़ियों और गधागाड़ियों से उत्तरी गाजा की ओर लौटे, जहां अब भी बमबारी के निशान मौजूद हैं।
समझौते के पहले चरण में, हमास को सोमवार दोपहर तक 47 बचे हुए इजराइली बंधकों (जीवित और मृत दोनों) को रिहा करना होगा, जिनमें एक ऐसा बंधक भी शामिल है जिसे 2014 से कैद में रखा गया है। इसके बदले में इजराइल 250 कैदियों को रिहा करेगा, जिनमें कुछ ऐसे उग्रवादी भी शामिल हैं जो आजीवन कारावास की सजा भुगत रहे हैं।
अमेरिका की बहुराष्ट्रीय टास्कफोर्स की योजना
गाजा में शांति बनाए रखने के लिए अमेरिका की अगुवाई में एक बहुराष्ट्रीय टास्कफोर्स का गठन किया जाएगा। इसमें मिस्र, कतर, तुर्की और संयुक्त अरब अमीरात जैसे देशों की सेनाएं शामिल होंगी, लेकिन अमेरिकी सैनिक गाजा में प्रवेश नहीं करेंगे। इस कदम को 'अमेरिकी उपस्थिति के बिना स्थायी निगरानी' की नीति कहा जा रहा है।
गाजा में युद्ध के दौरान भारी जनहानि
गाजा के हमास-नियंत्रित स्वास्थ्य मंत्रालय के अनुसार, इजराइल की सैन्य कार्रवाई में अब तक 67,682 लोग मारे जा चुके हैं, जिसे संयुक्त राष्ट्र ने 'विश्वसनीय' आंकड़ा बताया है। यह संघर्ष 7 अक्टूबर 2023 को शुरू हुआ था, जब हमास ने इजराइल पर हमला किया था। इस हमले में 1,219 लोग मारे गए थे, जिनमें अधिकांश नागरिक थे। इसके बाद इजराइल ने गाजा में व्यापक सैन्य अभियान चलाया, जिसने इस क्षेत्र को खंडहर में बदल दिया। अब जबकि युद्धविराम लागू है, यह देखना होगा कि ट्रंप की योजना मध्य पूर्व में स्थायी शांति लाएगी या नए विवाद को जन्म देगी।