गुजरात में पुल ढहने से मृतकों की संख्या 12 हुई

गुजरात में पुल ढहने की घटना
गुजरात के वडोदरा जिले के पादरा तालुका में बुधवार को एक 43 साल पुराना पुल ढह गया, जिससे 12 लोगों की जान चली गई। यह हादसा मुजपुर गांव के पास महिसागर नदी पर बने गंभीरा पुल के एक हिस्से के गिरने से हुआ, जिसके कारण कई वाहन नदी में गिर गए। इस घटना में एक टैंकर भी किनारे पर लटक गया। मृतकों में एक ही परिवार के तीन सदस्य शामिल हैं, जबकि नौ अन्य लोग घायल हुए हैं।
प्रधानमंत्री और गृह मंत्री का शोक
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और गृह मंत्री अमित शाह सहित अन्य नेताओं ने इस दुखद घटना पर शोक व्यक्त किया है। मोदी ने जानमाल के नुकसान को अत्यंत दुखद बताया। मुख्यमंत्री भूपेंद्र पटेल ने सड़क और भवन विभाग को इस हादसे की जांच के निर्देश दिए हैं। वडोदरा के पुलिस अधीक्षक रोहन आनंद ने बताया कि पहले 11 मृतकों की संख्या बताई गई थी, लेकिन बाद में एक और शव बरामद किया गया।
बचाव कार्य जारी
अधिकारियों ने बताया कि राष्ट्रीय आपदा प्रतिक्रिया बल और राज्य आपदा प्रतिक्रिया बल के जवान नदी में जीवित बचे लोगों की तलाश कर रहे हैं। आकस्मिक मौत का मामला दर्ज किया गया है और बचाव अभियान के बाद पुलिस जांच शुरू की जाएगी। एसपी रोहन आनंद ने कहा कि हम जिला कलेक्टर से भी जांच रिपोर्ट मांगेंगे। शवों को पोस्टमार्टम के लिए पादरा रेफरल अस्पताल भेजा गया है।
मृतकों की पहचान
पुल, जो मुजपुर को आनंद जिले के गंभीरा से जोड़ता था, एक किलोमीटर लंबा था। मृतकों की पहचान दरियापुरा गांव के रमेश पढियार, वेदिका पढियार, नैतिक पढियार, कहनवा गांव के वखतसिंह जादव, उंडेल गांव के प्रवीण जादव और माजतन के हसमुख परमार के रूप में हुई है।
ईको वैन में सवार यात्री
नदी में गिरने वाले वाहनों में एक ईको वैन भी शामिल थी, जिसमें 9 यात्री सवार थे। केवल सोनल पढियार नामक एक महिला ही बच पाई। उनके पति, बेटी और दो साल का पोता इस हादसे में शामिल थे। महिला ने बताया कि वे कुछ ही सेकंड में नीचे गिर गए और इससे पहले कि वे कुछ समझ पाते, गाड़ी पानी में गिर चुकी थी।