चार्ली किर्क की हत्या: जांच में नए खुलासे और संदिग्धों की तलाश

चार्ली किर्क की हत्या का मामला
चार्ली किर्क, जो अमेरिका में पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के करीबी सहयोगी और एक प्रमुख कंजर्वेटिव एक्टिविस्ट थे, की हत्या ने देश में हलचल मचा दी है। अमेरिकी सरकार ने इसे राजनीतिक हिंसा का मामला बताया है, जबकि FBI के अधिकारी इस घटना से चकित हैं।
अमेरिकी मीडिया की रिपोर्टों के अनुसार, पुलिस ने इस मामले की जांच के लिए कई टीमों का गठन किया है। अधिकारियों का मानना है कि यह एक लक्षित हत्या थी। जानकारी के अनुसार, हत्यारे ने चार्ली को कुछ मीटर की दूरी से गोली मारी, जिससे यह स्पष्ट होता है कि वह केवल उनकी हत्या करने के इरादे से आया था।
प्रारंभिक जांच में यह सामने आया है कि हत्यारे ने लगभग 200 मीटर की दूरी से एक रूफटॉप से फायर किया। इसके अलावा, यह भी संभावना जताई जा रही है कि वह एक पेशेवर शूटर हो सकता है, क्योंकि उसने जिस कुशलता से यह वारदात अंजाम दी, वह इस बात का संकेत है।
वर्तमान में, जांच एजेंसियां इस मामले में अधिक जानकारी साझा नहीं कर रही हैं। जांच अधिकारियों को काले कपड़े पहने संदिग्ध की तलाश है। FBI के निदेशक काश पटेल ने मीडिया को बताया कि यह एक संवेदनशील मामला है और इसकी जांच जारी है। उन्होंने कहा कि प्रारंभिक जांच में दो संदिग्धों को हिरासत में लिया गया है, जिनमें से एक को न्याय में बाधा डालने के आरोप में जेल भेजा गया और दूसरे को रिहा कर दिया गया। दोनों का शूटिंग से कोई संबंध नहीं पाया गया।
चार्ली किर्क कौन थे और उनकी हत्या का कारण क्या था?
चार्ली किर्क, अमेरिका के प्रमुख कंजर्वेटिव युवा संगठन टर्निंग पॉइंट यूएसए (TPUSA) के सह-संस्थापक थे। 10 सितंबर को, वह यूटा वैली यूनिवर्सिटी (UVU) में एक कैंपस इवेंट में भाग लेने गए थे, जहां एक अज्ञात हमलावर ने उनकी गोली मारकर हत्या कर दी। रिपोर्टों के अनुसार, जब चार्ली को गोली मारी गई, तब वह बड़ी संख्या में उपस्थित युवाओं के सामने अमेरिका में बढ़ती राजनीतिक हिंसा पर अपने विचार साझा कर रहे थे।
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