चीन ने अरुणाचल प्रदेश की महिला के साथ छेड़छाड़ के आरोपों को किया खारिज
चीन का स्पष्टीकरण
चीन ने उन आरोपों का खंडन किया है जिसमें कहा गया था कि शंघाई हवाई अड्डे पर एक ट्रांजिट स्टॉप के दौरान अरुणाचल प्रदेश की एक भारतीय महिला के साथ छेड़छाड़ की गई। चीनी विदेश मंत्रालय ने स्पष्ट किया कि आव्रजन जांच पूरी तरह से चीनी कानूनों के अनुसार की गई थी। इस मामले पर प्रतिक्रिया देते हुए, प्रवक्ता माओ निंग ने उस क्षेत्र पर चीन के दावे को दोहराया जिसे भारत अरुणाचल प्रदेश मानता है। उन्होंने कहा कि ज़ांगनान चीन का हिस्सा है और भारत द्वारा स्थापित 'अरुणाचल प्रदेश' को चीन ने कभी मान्यता नहीं दी।
कोई उत्पीड़न नहीं हुआ
माओ निंग ने आव्रजन अधिकारियों की कार्रवाई का समर्थन करते हुए कहा कि महिला के अधिकारों का हमेशा सम्मान किया गया। उन्होंने बताया कि जिस मामले का उल्लेख किया गया है, उसके अनुसार, चीन के सीमा निरीक्षण अधिकारियों ने कानूनों के अनुसार जांच की प्रक्रियाएँ अपनाईं। उन्होंने कहा कि कानून प्रवर्तन निष्पक्ष और सम्मानजनक था, और संबंधित व्यक्ति के अधिकारों की पूरी तरह से रक्षा की गई। कोई अनिवार्य कार्रवाई नहीं की गई और न ही कोई 'हिरासत' या 'उत्पीड़न' हुआ। एयरलाइन ने महिला को आराम करने की सुविधा और भोजन भी प्रदान किया।
घटना का विवरण
यह घटना तब सामने आई जब अरुणाचल प्रदेश की निवासी, ब्रिटेन में रहने वाली भारतीय नागरिक प्रेमा वांगजोम थोंगडोक ने अपनी कहानी साझा की। वह 21 नवंबर को लंदन से जापान के लिए यात्रा कर रही थीं और शंघाई में उनका तीन घंटे का ठहराव था।
