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चीन ने ट्रंप के टैरिफ फैसले का किया कड़ा विरोध

चीन ने अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप द्वारा 100% टैरिफ लगाने के निर्णय का कड़ा विरोध किया है। चीनी अधिकारियों ने स्पष्ट किया है कि यदि अमेरिका संघर्ष चाहता है, तो वे अंत तक लड़ेंगे। इसके साथ ही, चीन ने नए नियमों की घोषणा की है, जिसके तहत दुर्लभ खनिजों के निर्यात के लिए लाइसेंस लेना अनिवार्य होगा। ट्रंप ने चेतावनी दी है कि यदि चीन अपने कदम पीछे नहीं खींचता है, तो अमेरिका और अधिक टैरिफ लगाएगा। जानें इस विवाद के पीछे की पूरी कहानी और दोनों देशों के बीच बढ़ते तनाव के बारे में।
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चीन ने ट्रंप के टैरिफ फैसले का किया कड़ा विरोध

चीन का कड़ा बयान

चीन ने मंगलवार को अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप द्वारा 100% टैरिफ लगाने के निर्णय का तीखा विरोध किया। चीनी वित्त मंत्रालय के एक अधिकारी ने सोशल मीडिया पर स्पष्ट किया कि यदि अमेरिका संघर्ष चाहता है, तो चीन अंत तक लड़ेगा। वहीं, यदि अमेरिका संवाद करना चाहता है, तो उसे धमकियां देना बंद करना होगा।


नए नियमों की घोषणा

अमेरिकी टैरिफ के चलते, चीन ने कई दुर्लभ खनिजों के लिए नए नियम लागू किए हैं। इन नियमों के अनुसार, यदि कोई कंपनी चीन से दुर्लभ खनिज खरीदकर विदेश बेचना चाहती है, तो उसे पहले चीनी सरकार से लाइसेंस प्राप्त करना होगा।


ट्रंप की चेतावनी

इस पर प्रतिक्रिया देते हुए, डोनाल्ड ट्रंप ने इसे दुश्मनी का संकेत बताया और चेतावनी दी कि यदि चीन अपने कदम पीछे नहीं खींचता है, तो अमेरिका 100% से अधिक का नया टैरिफ लागू करेगा।


चीन का जवाब

चीन ने कहा कि अमेरिका ने पहले ही उसकी कंपनियों पर कई प्रतिबंध लगाए हैं, जिसके चलते उसे यह कदम उठाना पड़ा। इसके अलावा, चीनी सरकार ने आरोप लगाया कि अमेरिका ने चीनी जहाजों पर टैरिफ लगाने की योजना बनाकर बातचीत के माहौल को खराब किया है। दोनों देशों के बीच बातचीत की स्थिति पिछले महीने जैसी हो गई है, जब ट्रंप ने चीनी कंपनी हुवावे पर प्रतिबंध लगाया था।


विशेषज्ञों की राय

हालांकि, चीन ने यह भी स्पष्ट किया कि यह कदम पूरी तरह से नहीं है। विशेषज्ञों का मानना है कि चीन अमेरिका के समान नियम अपना रहा है।