जापान में शक्तिशाली भूकंप: सुनामी की चेतावनी और प्रशासन की तैयारियाँ
भूकंप से दहशत का माहौल
नई दिल्ली : रविवार को जापान के उत्तरी तट पर एक शक्तिशाली भूकंप ने पूरे क्षेत्र में दहशत फैला दी। जापान मौसम विज्ञान एजेंसी के अनुसार, यह भूकंप इवाते प्रीफेक्चर के तट से दूर समुद्र में आया, जिसकी तीव्रता 6.7 मापी गई। इसका केंद्र समुद्र की सतह से लगभग 10 किलोमीटर नीचे था। भूकंप के तुरंत बाद, एजेंसी ने तटीय क्षेत्रों के लिए सुनामी की चेतावनी जारी की, जिसमें कहा गया कि लहरें लगभग एक मीटर ऊँची हो सकती हैं।
तटीय क्षेत्रों में सतर्कता
तटीय इलाकों में लोगों को दूर रहने की चेतावनी
सरकारी प्रसारक एनएचके ने लोगों से अपील की है कि वे तट के पास न जाएँ और ऊँचे स्थानों की ओर चले जाएँ। रिपोर्ट के अनुसार, इवाते प्रीफेक्चर के तट से लगभग 70 किलोमीटर दूर शाम 5:12 बजे (स्थानीय समयानुसार) समुद्र में तेज़ हलचल देखी गई, जिससे सुनामी की संभावना बढ़ गई। अधिकारियों ने बताया कि लहरों की ऊँचाई लगभग एक मीटर से थोड़ी अधिक हो सकती है। हालांकि, अब तक किसी बड़े नुकसान या जनहानि की सूचना नहीं मिली है, लेकिन प्रशासन सतर्क है और आपातकालीन टीमों को तैयार रखा गया है।
परिवहन सेवाओं में बाधा
भूकंप के झटकों से ठप हुई रेल सेवाएँ
भूकंप के बाद उत्तर जापान के कई क्षेत्रों में परिवहन सेवाएँ प्रभावित हुईं। ईस्ट जापान रेलवे कंपनी ने बताया कि इवाते और आसपास के क्षेत्रों में बुलेट ट्रेन सेवाओं को अस्थायी रूप से रोक दिया गया है। कुछ मार्गों पर ट्रेनों को धीमी गति से चलाया जा रहा है ताकि संभावित आफ्टरशॉक से नुकसान न हो। क्योडो न्यूज एजेंसी ने रिपोर्ट किया कि कुछ स्थानों पर बिजली आपूर्ति भी बाधित हुई है, लेकिन बिजली विभाग ने जल्द ही सप्लाई बहाल करने का दावा किया है।
2011 की सुनामी की यादें
2011 की विनाशकारी सुनामी की यादें ताजा
यह क्षेत्र 2011 में आए भीषण भूकंप और सुनामी की त्रासदी से अभी तक पूरी तरह उबर नहीं पाया है। उस समय रिक्टर पैमाने पर 9.0 तीव्रता का भूकंप आया था, जिसने व्यापक तबाही मचाई थी। रविवार को आया नया भूकंप लोगों के मन में उसी भयावह घटना की यादें ताज़ा कर गया। स्थानीय प्रशासन ने कहा है कि इस बार स्थिति पहले जैसी गंभीर नहीं है, लेकिन एहतियात के तौर पर सभी तटीय शहरों में बचाव दल तैनात कर दिए गए हैं।
प्रशासन की तैयारी
प्रशासन की तैयारी और जनसुरक्षा उपाय
सरकार ने आपातकालीन प्रतिक्रिया केंद्र सक्रिय कर दिया है और सभी तटीय क्षेत्रों में निगरानी बढ़ा दी गई है। मौसम विज्ञान एजेंसी लगातार समुद्री गतिविधियों पर नज़र रख रही है ताकि किसी भी असामान्य लहर की तुरंत जानकारी दी जा सके। स्थानीय स्कूलों और सार्वजनिक स्थानों को अस्थायी रूप से बंद रखा गया है। लोगों से कहा गया है कि वे अफवाहों पर ध्यान न दें और केवल आधिकारिक स्रोतों से जानकारी प्राप्त करें।
जापान जैसे भूकंप-प्रवण देश में इस तरह की घटनाएँ आम हैं, लेकिन हर बार यह देश की आपदा प्रबंधन क्षमता की परीक्षा लेती हैं। इस बार भी सरकार और स्थानीय एजेंसियाँ पूरी सतर्कता के साथ कार्य कर रही हैं ताकि किसी प्रकार की जनहानि न हो। फिलहाल सुनामी का खतरा बना हुआ है, लेकिन प्रशासन की त्वरित प्रतिक्रिया और लोगों की सजगता से बड़ी त्रासदी को टाला जा सकता है।
