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जेफरी एपस्टीन फाइलों में डोनाल्ड ट्रंप पर लगे आरोपों की सच्चाई

जेफरी एपस्टीन से जुड़ी जांच फाइलों में डोनाल्ड ट्रंप पर लगे यौन उत्पीड़न के आरोपों ने एक बार फिर राजनीतिक हलचल पैदा कर दी है। अमेरिकी न्याय विभाग ने इन आरोपों को खारिज करते हुए उन्हें गलत और सनसनीखेज बताया है। इस लेख में हम इन आरोपों की सच्चाई, न्याय विभाग की प्रतिक्रिया और दस्तावेजों में शामिल अन्य जानकारियों पर चर्चा करेंगे। क्या ये आरोप राजनीतिक हथियार बन सकते हैं? जानने के लिए पढ़ें पूरा लेख।
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जेफरी एपस्टीन फाइलों में डोनाल्ड ट्रंप पर लगे आरोपों की सच्चाई

नई दिल्ली में सियासी हलचल


नई दिल्ली: अमेरिका में जेफरी एपस्टीन से संबंधित जांच फाइलों ने एक बार फिर राजनीतिक विवाद को जन्म दिया है। इन फाइलों में राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप पर कई साल पुराने यौन उत्पीड़न के आरोपों का जिक्र किया गया है। हालांकि, अमेरिकी न्याय विभाग ने इन आरोपों को पूरी तरह से खारिज कर दिया है, उन्हें गलत, अप्रमाणित और सनसनीखेज बताया है।


ट्रंप और एपस्टीन पर आरोपों का विवरण

इन फाइलों में एक महिला द्वारा ट्रंप और एपस्टीन पर यौन उत्पीड़न का आरोप लगाया गया है। दस्तावेजों में यह स्पष्ट नहीं है कि FBI ने इन आरोपों की जांच की या नहीं। उल्लेखनीय है कि आरोप लगाने वाली महिला की बाद में गोली लगने से मृत्यु हो गई थी। न्याय विभाग ने कहा कि ट्रंप को कभी भी संदिग्ध नहीं माना गया।


न्याय विभाग की स्थिति

किसी भी एजेंसी ने ट्रंप के खिलाफ आपराधिक कार्रवाई की सिफारिश नहीं की है। विभाग ने यह भी बताया कि कुछ आरोप 2020 के राष्ट्रपति चुनाव से पहले किए गए थे और इन्हें अविश्वसनीय करार दिया गया है। न्याय विभाग ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर एक बयान जारी किया, जिसमें कहा गया कि यदि आरोपों में कोई सच्चाई होती, तो ये पहले ही राजनीतिक हथियार बन चुके होते।


दस्तावेजों में अन्य जानकारी

इन दस्तावेजों में एक लिमोसिन ड्राइवर का बयान भी शामिल है, जिसने दावा किया कि उसने ट्रंप को एपस्टीन के कथित अपराधों पर चर्चा करते सुना था। हालांकि, इन बयानों की पुष्टि नहीं की गई है। एक ईमेल में यह भी उल्लेख किया गया है कि ट्रंप ने एपस्टीन के प्राइवेट जेट से कई बार यात्रा की, जो उस समय की है जब घिसलेन मैक्सवेल जांच के दायरे में थीं।


ट्रंप की प्रतिक्रिया

मैक्सवेल को बाद में यौन तस्करी के मामलों में दोषी ठहराया गया था। न्याय विभाग ने कहा कि फाइलों में मौजूद आरोपों को सबूत नहीं माना जा सकता। इस चरण में लगभग तीस हजार दस्तावेज जारी किए गए हैं, जिनमें कई दस्तावेजों में पीड़ितों की पहचान छिपाने के लिए कटौती की गई है। डोनाल्ड ट्रंप ने इन खुलासों को ध्यान भटकाने वाला बताया है, जबकि डेमोक्रेट सांसदों ने न्याय विभाग पर आरोप छुपाने का आरोप लगाया है। न्याय विभाग ने इन आरोपों को भी खारिज किया है।