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जेफरी एपस्टीन मामले में ट्रंप का नया आरोप: क्या डेमोक्रेट्स हैं शामिल?

अमेरिका में जेफरी एपस्टीन से जुड़े मामले ने एक बार फिर राजनीतिक हलचल पैदा कर दी है। राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने न्याय विभाग पर आरोप लगाया है कि वह जानबूझकर मामले को लम्बा खींच रहा है और डेमोक्रेट्स को बचाने की कोशिश कर रहा है। ट्रंप ने एपस्टीन से जुड़े दस्तावेजों की कमी और डेमोक्रेट नेताओं के नाम सार्वजनिक करने की मांग की है। जानें इस विवाद के पीछे की पूरी कहानी और ट्रंप के आरोपों का क्या असर हो सकता है।
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जेफरी एपस्टीन मामले में ट्रंप का नया आरोप: क्या डेमोक्रेट्स हैं शामिल?

राजनीतिक विवाद में नया मोड़


नई दिल्ली: अमेरिका में विवादास्पद व्यवसायी जेफरी एपस्टीन से जुड़े मामले ने एक बार फिर राजनीतिक चर्चाओं का केंद्र बन गया है। राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने न्याय विभाग पर आरोप लगाया है कि वह जानबूझकर इस मामले को लम्बा खींच रहा है। ट्रंप का कहना है कि एपस्टीन से जुड़े लोग डेमोक्रेट पार्टी से हैं, न कि रिपब्लिकन से।


ट्रुथ सोशल पर ट्रंप का बयान

ट्रुथ सोशल पोस्ट से बढ़ा विवाद


ट्रंप ने ट्रुथ सोशल पर एक पोस्ट में कहा कि एपस्टीन से जुड़े एक लाख से अधिक नए दस्तावेज सामने आए हैं। उन्होंने न्याय विभाग पर आरोप लगाया कि वह अपना समय "डेमोक्रेट-प्रेरित धोखे" पर बर्बाद कर रहा है, जबकि चुनावी धोखाधड़ी जैसे महत्वपूर्ण मुद्दों पर ध्यान देना चाहिए।


डेमोक्रेट नेताओं के नाम सार्वजनिक करने की मांग

'नाम सार्वजनिक करो और शर्मिंदा करो'


ट्रंप ने स्पष्ट रूप से मांग की कि एपस्टीन से जुड़े डेमोक्रेट नेताओं के नाम सार्वजनिक किए जाएं। उन्होंने कहा, "उन सभी नामों को सामने लाओ, उन्हें शर्मिंदा करो और देश की भलाई पर ध्यान दो।" ट्रंप ने इस जांच को एक और "चुड़ैल का शिकार" करार दिया।


क्रिसमस पर ट्रंप के गंभीर आरोप

क्रिसमस पोस्ट में भी लगाए गंभीर आरोप


क्रिसमस के दिन ट्रंप ने एक विस्तृत पोस्ट में दावा किया कि उन्होंने एपस्टीन से अपने संबंध बहुत पहले समाप्त कर दिए थे। उन्होंने आरोप लगाया कि डेमोक्रेट्स और मीडिया मिलकर इस घोटाले का दोष उन पर डालने की कोशिश कर रहे हैं।


कांग्रेस का आदेश और न्याय विभाग की स्थिति

कांग्रेस का आदेश और न्याय विभाग की सफाई


पिछले महीने कांग्रेस ने एक द्विदलीय विधेयक पारित किया था, जिसमें न्याय विभाग को एपस्टीन से जुड़े सभी गैर-वर्गीकृत दस्तावेज 30 दिनों के भीतर जारी करने का निर्देश दिया गया था। हालांकि, समयसीमा के बावजूद सभी रिकॉर्ड उपलब्ध नहीं हो सके।


नए दस्तावेजों पर उठे सवाल

नए दस्तावेज और राजनीतिक सवाल


न्याय विभाग ने हाल ही में लाखों दस्तावेजों का पहला सेट जारी किया है, जिसमें ट्रंप और पूर्व राष्ट्रपति बिल क्लिंटन का भी उल्लेख है। इसके बावजूद, दोनों दलों के सांसदों ने अधूरी जानकारी और संपादन को लेकर सवाल उठाए हैं। विभाग का कहना है कि नए दस्तावेजों की समीक्षा में अभी और समय लगेगा।