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ट्रंप का नया दावा: टैरिफ से भारत-पाकिस्तान के बीच युद्ध रोका

अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने एक बार फिर से यह दावा किया है कि उन्होंने टैरिफ का उपयोग करके भारत और पाकिस्तान के बीच संभावित युद्ध को टालने में मदद की। उन्होंने कहा कि इस सैन्य संघर्ष में आठ विमानों को नुकसान पहुंचा था। भारत ने ट्रंप के इस दावे को खारिज करते हुए कहा है कि संघर्षविराम में किसी तीसरे पक्ष की कोई भूमिका नहीं थी। जानें इस पर भारत का आधिकारिक रुख क्या है।
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ट्रंप का नया दावा: टैरिफ से भारत-पाकिस्तान के बीच युद्ध रोका

ट्रंप का विवादास्पद बयान

नई दिल्ली/वाशिंगटन: अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने हाल ही में यह दावा किया है कि उन्होंने टैरिफ का उपयोग करके भारत और पाकिस्तान के बीच संभावित युद्ध को टालने में मदद की। व्हाइट हाउस में पत्रकारों से बातचीत के दौरान, ट्रंप ने कहा कि उस सैन्य संघर्ष में आठ विमानों को नुकसान पहुंचा था, जो पहले सात विमानों के रूप में बताया गया था।


उन्होंने कहा, "भारत और पाकिस्तान के बीच आठ विमानों को मार गिराया गया। पहले यह संख्या सात थी, लेकिन अब यह बढ़कर आठ हो गई है।" ट्रंप ने यह भी कहा कि उन्होंने "टैरिफ के माध्यम से पांच या छह युद्धों को समाप्त किया।"


ट्रंप का दावा है कि उन्होंने दोनों परमाणु-सशस्त्र देशों को 24 घंटे के भीतर शांति स्थापित करने के लिए मजबूर किया।


उनके अनुसार, "यदि आप भारत और पाकिस्तान को देखें, तो वे युद्ध की स्थिति में थे। दोनों देश परमाणु संपन्न हैं। मैंने उनसे कहा, 'अगर आप लोग लड़ने जा रहे हैं, तो मैं आप पर टैरिफ लगा दूंगा।' वे इससे खुश नहीं थे। 24 घंटे के भीतर, मैंने युद्ध को सुलझा लिया। टैरिफ के बिना, मैं ऐसा नहीं कर पाता।"


रिपोर्टों के अनुसार, ट्रंप ने कहा कि शांति वार्ता 9 मई को हुई थी और अगले दिन दोनों देशों ने युद्धविराम की घोषणा की। उल्लेखनीय है कि ट्रंप ने पहले भी मियामी और दक्षिण कोरिया में इसी तरह के दावे किए हैं।


हालांकि, भारत ने ट्रंप के इन दावों को सख्ती से खारिज किया है। भारत ने बार-बार यह कहा है कि संघर्षविराम में किसी तीसरे पक्ष की कोई भूमिका नहीं थी।


विदेश मंत्रालय ने स्पष्ट किया है कि भारत और पाकिस्तान के बीच युद्धविराम दोनों देशों के सैन्य संचालन महानिदेशकों के बीच स्थापित सैन्य संचार चैनलों के माध्यम से प्राप्त किया गया था। मंत्रालय ने अपने आधिकारिक रुख को दोहराते हुए कहा कि "भारत का रुख अपरिवर्तित है, पाकिस्तान के साथ सभी मुद्दों को किसी भी तीसरे पक्ष की भागीदारी के बिना, द्विपक्षीय रूप से हल किया जाना चाहिए।"