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ट्रंप ने भारत-पाकिस्तान संघर्ष पर फिर से खुद को श्रेय दिया

अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने भारत और पाकिस्तान के बीच शांति स्थापित करने का श्रेय खुद को दिया है। उन्होंने दावा किया कि उन्होंने संभावित न्यूक्लियर युद्ध को टाला। इस पर लोगों की प्रतिक्रियाएं भी आई हैं, जिसमें कई यूजर्स ने उनके दावों पर सवाल उठाए हैं। भारत ने अमेरिका के टैरिफ के फैसले के बाद कड़ा रुख अपनाया है, जिससे दोनों देशों के रिश्ते तनावपूर्ण हो गए हैं। जानें इस मुद्दे पर और क्या हो रहा है।
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ट्रंप ने भारत-पाकिस्तान संघर्ष पर फिर से खुद को श्रेय दिया

ट्रंप का दावा

अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने एक बार फिर से भारत और पाकिस्तान के बीच शांति स्थापित करने का श्रेय अपने नाम किया है। उन्होंने कहा कि उन्होंने दोनों देशों के बीच एक ऐसे टकराव को टाला, जो न्यूक्लियर युद्ध में बदल सकता था। यह उनका इस विषय पर 36वां सार्वजनिक बयान है, जिसमें वे खुद को परमाणु संकट को टालने वाला नेता बताते हैं।


शांति समझौते का संदर्भ

ट्रंप ने यह बयान आर्मेनिया और अजरबैजान के बीच हुए नए शांति समझौते के संदर्भ में अपनी उपलब्धियों का जिक्र करते हुए दिया। उन्होंने कहा कि जैसे उन्होंने भारत और पाकिस्तान के बीच संभावित युद्ध को रोका, वैसे ही उनकी कूटनीतिक प्रयासों ने कई अन्य अंतरराष्ट्रीय विवादों में भी तनाव को कम किया है।


लोगों की प्रतिक्रिया

ट्रंप के इस दावे पर आम जनता की प्रतिक्रिया भी सामने आई है। एक यूजर ने सोशल मीडिया पर लिखा, 'ट्रंप को चाहिए कि जिस पहाड़ी पर Hollywood लिखा है, वहीं यह बात लिखवा दे।' एक अन्य यूजर ने कहा, 'भारत-पाक युद्ध रोकने की कहानी उन्होंने 36वीं बार दोहराई। राजनीतिक मंच पर शांति की बातें अच्छी लगती हैं, पर जमीनी सच्चाई कुछ और होती है।' एक और यूजर ने कहा, 'ट्रंप के दावे ऐसे हैं जैसे किसी फिल्म का ट्रेलर-थ्रिल भरपूर, सच्चाई नदारद।'


भारत का कड़ा जवाब

ट्रंप का यह बयान उस समय आया है जब भारत और अमेरिका के बीच तनाव बढ़ रहा है। अमेरिका द्वारा भारत पर 50% टैरिफ लगाने के निर्णय के बाद, भारत ने अमेरिका से हथियार और विमान की खरीद पर रोक लगा दी है। इस मामले के जानकार तीन भारतीय अधिकारियों ने यह जानकारी दी। ट्रंप के टैरिफ के बाद यह भारत में असंतोष का पहला लिखित संकेत है। इसके अलावा, रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह का अमेरिका दौरा भी अब रद्द हो गया है। रिपोर्ट्स के अनुसार, डोनाल्ड ट्रंप के टैरिफ लगाए जाने के बाद भारत और अमेरिका के रिश्ते दशक के सबसे निचले स्तर पर पहुंच गए हैं।