डोनाल्ड ट्रंप और सीरियाई राष्ट्रपति की ऐतिहासिक मुलाकात: क्या बदलेंगे रिश्ते?
महत्वपूर्ण राजनीतिक घटना
नई दिल्ली: अमेरिकी राजनीति और अंतरराष्ट्रीय संबंधों के इतिहास में सोमवार का दिन एक महत्वपूर्ण मोड़ के रूप में उभरा, जब अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने व्हाइट हाउस में सीरियाई राष्ट्रपति अहमद अल-शरा का स्वागत किया। यह मुलाकात कई वर्षों से असंभव मानी जा रही थी, क्योंकि अल-शरा को पहले अमेरिका द्वारा आतंकवादी घोषित किया गया था और उनके खिलाफ 10 मिलियन डॉलर का इनाम रखा गया था।
मजेदार पल
हल्का-फुल्का मजाक
बैठक का एक वीडियो सोशल मीडिया पर तेजी से फैल गया, जिसमें ट्रंप ने अल-शरा को एक इत्र की बोतल भेंट की। उन्होंने मुस्कुराते हुए कहा, "यह सबसे अच्छी खुशबू है और दूसरी आपकी पत्नी के लिए।" इसके बाद उन्होंने मजाक में पूछा, "कितनी पत्नियां हैं?" थोड़ी देर की चुप्पी के बाद अल-शरा ने उत्तर दिया कि एक। इस पर ट्रंप और वहां मौजूद अधिकारियों ने ठहाका लगाया। ट्रंप ने मजाक में कहा, "तुम्हें कभी पता नहीं चलता!" इस क्षण ने दोनों नेताओं के बीच की कड़वाहट को कुछ समय के लिए कम कर दिया।
ऐतिहासिक यात्रा
75 साल बाद किसी सीरियाई नेता की पहली अमेरिकी यात्रा
यह यात्रा ऐतिहासिक है क्योंकि 1946 में सीरिया की स्वतंत्रता के बाद यह किसी सीरियाई राष्ट्रपति की व्हाइट हाउस में पहली आधिकारिक यात्रा है। यह मुलाकात उस समय हुई जब अमेरिका ने हाल ही में सीरिया पर लगे आर्थिक प्रतिबंधों को 180 दिनों के लिए स्थगित किया है, जो दोनों देशों के बीच संबंधों में एक नए अध्याय की शुरुआत के रूप में देखी जा रही है।
संबंधों में सुधार की कोशिश
संबंधों को सुधारने की कोशिश
सीरियाई राष्ट्रपति कार्यालय ने एक बयान जारी किया जिसमें बताया गया कि 43 वर्षीय अल-शरा की इस यात्रा का उद्देश्य दोनों देशों के बीच राजनयिक संबंधों को मजबूत करना और क्षेत्रीय मुद्दों पर सहयोग बढ़ाना था। ट्रंप ने बैठक के दौरान कहा कि अल-शरा के साथ उनके संबंध अच्छे हैं। उन्हें विश्वास है कि वे मिलकर कई चुनौतियों का सामना कर सकते हैं।
अतीत की सफाई
अल-कायदा से जुड़े अतीत पर सफाई
अहमद अल-शरा ने कहा कि उनका अल-कायदा के साथ संबंध अब अतीत की बात है। उन्होंने यह भी स्पष्ट किया कि व्हाइट हाउस में ट्रंप के साथ हुई इस मुलाकात में इस विषय पर कोई चर्चा नहीं हुई।
सत्ता में आने की कहानी
सत्ता में आने की वजह
अल-शरा पिछले साल दिसंबर 2024 में सत्ता में आए जब उनकी इस्लामी सेनाओं ने बशर अल-असद सरकार को एक तेज और अप्रत्याशित हमले में हराया। तब से उन्होंने खुद को एक राष्ट्रवादी सुधारक नेता के रूप में प्रस्तुत किया है, जो सीरिया को अंतरराष्ट्रीय मुख्यधारा में वापस लाना चाहता है।
