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डोनाल्ड ट्रंप का इजरायल-गाजा शांति प्रयास: अब्राहम समझौते की नई उम्मीदें

अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने इजरायल और गाजा के बीच शांति स्थापित करने के लिए एक नया 20 बिंदुओं का समझौता पेश किया है। इस समझौते से पहले, उन्होंने अब्राहम समझौता किया था, जिसके तहत इजरायल ने चार मुस्लिम-बहुल देशों के साथ संबंध सामान्य किए थे। ट्रंप ने ईरान के शामिल होने की संभावना भी जताई है। इस लेख में अब्राहम समझौते के महत्व और अरब-इजरायल संबंधों में सुधार पर चर्चा की गई है। क्या यह नया प्रयास सफल होगा? जानने के लिए पूरा लेख पढ़ें।
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डोनाल्ड ट्रंप का इजरायल-गाजा शांति प्रयास: अब्राहम समझौते की नई उम्मीदें

डोनाल्ड ट्रंप का शांति प्रस्ताव

डोनाल्ड ट्रंप और अब्राहम समझौता: अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने इजरायल और गाजा के बीच शांति स्थापित करने के लिए एक 20 बिंदुओं का समझौता प्रस्तुत किया है, जिससे दोनों देशों के बीच शांति की संभावनाएं बढ़ी हैं। इससे पहले, उन्होंने अपने पहले कार्यकाल में अब्राहम समझौता किया था, जिस पर फिर से चर्चा हो रही है।


अब्राहम समझौते का महत्व

ट्रंप के पहले कार्यकाल में अब्राहम समझौता हुआ था, जिसके तहत इजरायल ने चार मुस्लिम-बहुल देशों के साथ अपने राजनयिक संबंध सामान्य किए थे। ट्रंप ने सोमवार को यह भी कहा कि उन्हें उम्मीद है कि ईरान भी इस समझौते में शामिल हो सकता है।


अब्राहम समझौते की जानकारी

व्हाइट हाउस में एक प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान, ट्रंप ने कहा, 'कौन जानता है, शायद ईरान भी इसमें शामिल हो जाए।' उन्होंने यह भी कहा कि उन्हें विश्वास है कि ईरान इसके लिए तैयार हो सकता है। इस दौरान इजरायल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू भी उनके साथ थे, लेकिन उन्होंने इस पर कोई टिप्पणी नहीं की। अब्राहम समझौता ट्रंप के पहले कार्यकाल की एक महत्वपूर्ण उपलब्धि मानी जाती है, जिसे 2020 में अंतिम रूप दिया गया था। इस समझौते के तहत अरब देशों ने पहली बार इजरायल को आधिकारिक रूप से मान्यता दी थी। संयुक्त अरब अमीरात, बहरीन, मोरक्को और सूडान ने इस पर हस्ताक्षर किए थे।


अरब-इजरायल संबंधों में सुधार

अब्राहम समझौते से पहले, अरब देश इजरायल के साथ सामान्यीकरण को एक फिलिस्तीनी राज्य के निर्माण से जोड़ते थे। इस समझौते के बाद, संयुक्त अरब अमीरात और इजरायल के बीच मुक्त व्यापार समझौता और रक्षा प्रौद्योगिकी में सहयोग बढ़ा। हालांकि, यह प्रक्रिया आसान नहीं रही, और ट्रंप के दामाद जेरेड कुशनर ने मध्यस्थता में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। फिलिस्तीनी नेताओं ने इन समझौतों की आलोचना की और इसे विश्वासघात माना। गाजा और इजरायल के बीच चल रहे संघर्ष में हजारों फिलिस्तीनी मारे गए, जिससे अरब देशों के संबंध फिर से तनावपूर्ण हो गए। अब ट्रंप एक बार फिर इजरायल और गाजा के बीच शांति समझौते की कोशिश कर रहे हैं, जो यदि सफल होता है, तो इसे उनकी एक बड़ी उपलब्धि माना जाएगा।