डोनाल्ड ट्रंप की चीन यात्रा की संभावना, शी जिनपिंग ने दिया निमंत्रण
अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने चीन के साथ अपने संबंधों को मजबूत करने का संकेत दिया है। शी जिनपिंग ने उन्हें बीजिंग आने का निमंत्रण दिया है, जिससे ट्रंप की संभावित यात्रा की चर्चा शुरू हो गई है। यह यात्रा व्यापार वार्ता और भू-राजनीतिक तनाव के बीच कूटनीतिक संबंधों में सुधार का संकेत हो सकती है। जानें इस यात्रा के संभावित समय और इसके कूटनीतिक महत्व के बारे में।
Jul 23, 2025, 13:58 IST
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ट्रंप और शी जिनपिंग के बीच संभावित मुलाकात
अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने चीन के साथ अपने संबंधों को मजबूत करने का संकेत दिया है। उन्होंने कहा कि उनके और चीन के बीच अच्छे संबंध हैं। इसी बीच, चीनी राष्ट्रपति शी जिनपिंग ने ट्रंप को बीजिंग आने का निमंत्रण दिया है। रिपोर्ट्स के अनुसार, ट्रंप जल्द ही चीन की यात्रा कर सकते हैं। ट्रंप ने कहा कि वह शी जिनपिंग से मिलने के लिए शीघ्र ही चीन जाने की योजना बना रहे हैं। यह व्यापार वार्ता और भू-राजनीतिक तनाव के बीच कूटनीतिक संबंधों में सुधार का संकेत है।
व्हाइट हाउस में ट्रंप की पुष्टि
व्हाइट हाउस में फिलीपींस के राष्ट्रपति फर्डिनेंड मार्कोस जूनियर के साथ बातचीत के दौरान, ट्रंप ने बताया कि शी जिनपिंग ने उन्हें निमंत्रण दिया है। उन्होंने संवाददाताओं से कहा, "राष्ट्रपति शी ने मुझे चीन आने का निमंत्रण दिया है, और हम शायद बहुत जल्द ऐसा करेंगे।" ट्रंप ने यह भी कहा कि यात्रा की योजना अभी पूरी तरह से तय नहीं हुई है, लेकिन यह इस वर्ष के अंत में होने वाले एशिया दौरे के दौरान हो सकती है।
संभावित यात्रा की तारीखें
ट्रंप की यात्रा के लिए दो संभावित अवसर हैं: 30 अक्टूबर से 1 नवंबर तक दक्षिण कोरिया में होने वाला एशिया-प्रशांत आर्थिक सहयोग (एपेक) शिखर सम्मेलन, या द्वितीय विश्व युद्ध की समाप्ति की 80वीं वर्षगांठ के अवसर पर 3 सितंबर को बीजिंग की यात्रा। इस समारोह में रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन के शामिल होने की संभावना है। हालांकि, व्हाइट हाउस और चीनी अधिकारियों ने अभी तक ट्रंप और शी की मुलाकात की पुष्टि नहीं की है।
बीजिंग में संभावित शिखर बैठक
द टाइम्स की रिपोर्ट के अनुसार, बीजिंग तीनों नेताओं की एक शिखर बैठक की मेज़बानी करने पर विचार कर रहा है, जो व्यापक कूटनीतिक प्रभाव डाल सकती है। ट्रंप और पुतिन के बीच कई बार फोन पर बातचीत हो चुकी है, जिसमें ट्रंप ने यूक्रेन पर रूस के रुख पर असंतोष व्यक्त किया है। उन्होंने हाल ही में चेतावनी दी है कि यदि सितंबर के शुरू तक शांति समझौता नहीं हुआ, तो रूस और उसके व्यापारिक साझेदारों पर प्रतिबंध लगाए जाएंगे।