डोनाल्ड ट्रंप ने रूस-यूक्रेन युद्ध पर की कड़ी टिप्पणी

रूस-यूक्रेन संघर्ष पर ट्रंप की आलोचना
रूस-यूक्रेन संघर्ष: अमेरिका के पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने रूस और यूक्रेन के बीच चल रहे युद्ध की तीखी आलोचना की है। ट्रंप का कहना है कि यह युद्ध केवल एक सप्ताह में समाप्त हो सकता था, लेकिन अब यह चार साल से अधिक समय तक चल रहा है। उन्होंने कहा कि यह संघर्ष रूस के लिए विनाशकारी साबित हुआ है और इसमें लाखों सैनिकों की जान गई है।
पुतिन के साथ संबंधों पर ट्रंप की निराशा
ट्रंप ने कहा, 'मैं बहुत निराश हूं क्योंकि व्लादिमीर पुतिन और मेरे बीच अच्छे संबंध थे। शायद अभी भी हैं। मुझे नहीं पता कि वह इस युद्ध को क्यों जारी रखे हुए हैं। यह युद्ध उनके लिए बहुत बुरा रहा है। वह चार साल से चल रहे उस युद्ध में जा रहे हैं जिसे उन्हें एक हफ्ते में जीत लेना चाहिए था। उन्होंने लगभग डेढ़ लाख सैनिक खो दिए हैं। यह एक भयानक युद्ध है। द्वितीय विश्व युद्ध के बाद से मौतों के मामले में यह सबसे बड़ी घटना है।'
#WATCH | US President Donald Trump says, "...I am very disappointed because Vladimir Putin and I had a very good relationship. Probably still do. I don't know why he continues with this war. This war has been so bad for him. He's going into four years of a war that he should have… pic.twitter.com/4ANK2v1Ygp
— News Media (@NewsMedia) October 14, 2025
भारत-पाकिस्तान संघर्ष को रोकने का दावा
ट्रंप ने यह भी कहा कि उनके कार्यकाल के दौरान उन्होंने आठ बड़े युद्धों को समाप्त किया, जिसमें भारत और पाकिस्तान के बीच संभावित संघर्ष को भी शामिल किया गया। उन्होंने कहा, 'मैंने आठ युद्ध सुलझाए। उनमें से एक भारत और पाकिस्तान के बीच था। हमने उस पर शानदार काम किया लेकिन अब यह जरूरी है कि रूस-यूक्रेन युद्ध को खत्म किया जाए।' यह बयान ट्रंप ने अर्जेंटीना के राष्ट्रपति जेवियर मीलई के साथ व्हाइट हाउस में हुई द्विपक्षीय बैठक के दौरान दिया। इस बैठक के बाद अमेरिका ने अर्जेंटीना की अर्थव्यवस्था को समर्थन देने के लिए 20 अरब डॉलर के वित्तीय पैकेज की घोषणा की।
यूक्रेन को टॉमहॉक मिसाइल देने की चेतावनी
ट्रंप ने पहले रूस को चेतावनी दी थी कि अमेरिका कीव को टॉमहॉक मिसाइलें देने पर विचार कर रहा है। उन्होंने रूस से तुरंत युद्धविराम की अपील की थी। इस बीच, यूक्रेन के राष्ट्रपति वोलोदिमिर जेलेंस्की ने कहा कि वह इस हफ्ते अमेरिका की यात्रा करेंगे ताकि लंबी दूरी की हथियार प्रणाली हासिल करने की संभावनाओं पर चर्चा की जा सके। जेलेंस्की की मुलाकात राष्ट्रपति ट्रंप से भी होने की संभावना है। उन्होंने कहा, 'मुख्य मुद्दे हवाई सुरक्षा और हमारी लंबी दूरी की क्षमता होंगे ताकि रूस पर दबाव बनाए रखा जा सके।'