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डोनाल्ड ट्रम्प का इज़राइल-हमास संघर्ष समाप्त करने का प्रयास

डोनाल्ड ट्रम्प ने इज़राइल और हमास के बीच चल रहे संघर्ष को समाप्त करने के लिए एक 20 बिंदुओं का कार्य योजना प्रस्तुत किया है। इज़राइल ने इस योजना पर सहमति जताई है, लेकिन हमास ने अभी तक कोई सकारात्मक प्रतिक्रिया नहीं दी है। ट्रम्प ने हमास को एक अल्टीमेटम दिया है, जिसमें चेतावनी दी गई है कि यदि वे समझौते पर सहमति नहीं देते हैं, तो उन्हें गंभीर परिणाम भुगतने पड़ सकते हैं। इस संघर्ष के राजनीतिक पहलुओं और संभावित परिणामों पर पूरी दुनिया की नजरें टिकी हुई हैं।
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डोनाल्ड ट्रम्प का इज़राइल-हमास संघर्ष समाप्त करने का प्रयास

डोनाल्ड ट्रम्प की शांति योजना

डोनाल्ड ट्रम्प: अमेरिका के पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प वर्तमान में इज़राइल और हमास के बीच चल रहे संघर्ष को समाप्त करने के लिए प्रयासरत हैं। उन्होंने शांति स्थापित करने के लिए 20 बिंदुओं का एक कार्य योजना तैयार की है, जिसके तहत इज़राइल और हमास के बीच सहमति बनाने की कोशिश की जा रही है। रिपोर्टों के अनुसार, इज़राइल इस योजना को लागू करने के लिए तैयार है, लेकिन हमास ने अभी तक इस पर सकारात्मक प्रतिक्रिया नहीं दी है। ट्रम्प ने हमास को आज शाम 6 बजे तक एक अल्टीमेटम दिया है, जिसमें उन्होंने चेतावनी दी है कि यदि वे समझौते पर सहमति नहीं देते हैं, तो उन्हें कठोर कार्रवाई का सामना करना पड़ेगा।


इज़राइल की सैन्य कार्रवाई और उसके परिणाम

यह ध्यान देने योग्य है कि अक्टूबर 2023 के बाद से इज़राइल की हमास के खिलाफ सैन्य कार्रवाई लगातार जारी है, जिसके परिणामस्वरूप गाज़ा पट्टी मलबों में तब्दील हो गई है। हजारों लोग हताहत हुए हैं और एक बड़ा हिस्सा भुखमरी का सामना कर रहा है। इज़राइल ने यह कार्रवाई तब शुरू की जब हमास ने इज़राइली नागरिकों की हत्या की और बड़ी संख्या में उन्हें बंधक बना लिया। अब, ट्रम्प द्वारा संघर्ष को समाप्त करने के प्रयासों पर पूरी दुनिया की नजरें हैं।


हमास के लिए ट्रम्प का अल्टीमेटम

हमास को ट्रम्प के अल्टीमेटम के मायने क्या हैं?

मीडिया रिपोर्टों के अनुसार, ट्रम्प द्वारा तैयार की गई योजना पर इज़राइल ने सहमति जताई है, लेकिन हमास की ओर से कोई प्रतिक्रिया नहीं आई है। ट्रम्प ने हमास को स्पष्ट चेतावनी दी है कि यदि वे समझौते पर सहमति नहीं देते हैं, तो उन्हें गंभीर परिणाम भुगतने पड़ सकते हैं। इसके लिए उन्होंने हमास को रविवार शाम 6 बजे तक का समय दिया है। यदि हमास इस अल्टीमेटम को नजरअंदाज करता है, तो उसे इज़राइल के साथ-साथ अमेरिका के हमले का भी सामना करना पड़ सकता है, जिससे स्थिति और बिगड़ सकती है.


संघर्ष के मुद्दे

किन मुद्दों को लेकर फंसा है पेंच?

ट्रम्प के प्रस्ताव में एक अंतरराष्ट्रीय ट्रांजिशन बॉडी बनाने का सुझाव दिया गया है, जबकि गाज़ा के राजनीतिक भविष्य को लेकर हमास को आपत्ति है। उनका कहना है कि गाज़ा की सत्ता किसी स्वतंत्र फिलिस्तीनी तकनीकी सरकार को दी जानी चाहिए। अमेरिकी प्रस्ताव में हमास को अपने हथियार छोड़ने की शर्त भी शामिल है, जबकि हमास ने स्पष्ट किया है कि वे इज़राइली सेना की पूर्ण वापसी की मांग करते हैं। ट्रम्प के शांति प्रस्ताव में भविष्य की गाज़ा सरकार में हमास की कोई भूमिका नहीं होने की बात कही गई है। हालांकि, संगठन ने इसे न तो स्वीकार किया है और न ही पूरी तरह से खारिज किया है.