थाईलैंड और कंबोडिया के बीच बढ़ता तनाव: सीमा पर गोलीबारी से एक की मौत
तनाव में नया मोड़
नई दिल्ली: थाईलैंड और कंबोडिया के बीच बढ़ते तनाव ने बुधवार को एक गंभीर मोड़ लिया, जब सीमा के विवादित क्षेत्र में गोलीबारी के दौरान कंबोडिया के एक नागरिक की जान चली गई और तीन अन्य लोग गंभीर रूप से घायल हो गए। दोनों देशों ने एक-दूसरे पर संघर्ष की शुरुआत का आरोप लगाया है, जिससे अमेरिका की मध्यस्थता से हुआ हालिया युद्धविराम समझौता संकट में पड़ गया है।
कंबोडिया पर आरोप
थाईलैंड ने सोमवार को कंबोडिया पर नए बारूदी सुरंगें बिछाने का आरोप लगाया था, जिसके चलते एक थाई सैनिक घायल हुआ। इसके बाद थाई विदेश मंत्रालय ने कंबोडिया से औपचारिक माफी की मांग की, लेकिन कंबोडिया ने इन आरोपों को खारिज करते हुए कहा कि वह किसी भी उल्लंघन में शामिल नहीं है और थाईलैंड को समझौतों का सम्मान करना चाहिए।
युद्धविराम पर खतरा
मंगलवार को थाई सरकार ने घोषणा की कि वह पिछले महीने अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप की उपस्थिति में हस्ताक्षरित युद्धविराम समझौते को अस्थायी रूप से निलंबित कर रही है। यह समझौता जुलाई में पांच दिनों तक चले खूनी संघर्ष को रोकने के लिए बनाया गया था। कंबोडिया ने युद्धविराम को बनाए रखने पर जोर दिया है और कहा है कि वह किसी नए संघर्ष की शुरुआत नहीं चाहता।
गोलीबारी की घटना
कंबोडिया के रक्षा मंत्रालय ने बताया कि बुधवार को लगभग 3:50 बजे (स्थानीय समय) सीमा के एक विवादित गांव के पास थाई सैनिकों ने गोलीबारी की। इस घटना में एक व्यक्ति की मौके पर ही मौत हो गई और तीन अन्य घायल हुए। थाई सेना के प्रवक्ता मेजर जनरल विन्थाई सुवारी ने कहा कि गोलीबारी की शुरुआत कंबोडियाई सैनिकों ने की थी।
बारूदी सुरंगों की समस्या
थाई विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता ने सोमवार की बारूदी सुरंग घटना के लिए कंबोडिया को जिम्मेदार ठहराते हुए माफी मांगी है और भविष्य में ऐसी घटनाओं को रोकने के लिए प्रभावी कदम उठाने की मांग की है। जुलाई में हुए संघर्ष में कम से कम 48 लोगों की जान गई थी और लगभग तीन लाख लोग अपने घरों से विस्थापित हुए थे।
पुराना सीमा विवाद
थाईलैंड और कंबोडिया के बीच 817 किलोमीटर लंबी भूमि सीमा के कई हिस्सों पर संप्रभुता को लेकर विवाद एक सदी से अधिक समय से चल रहा है। इस सीमा का मानचित्रण पहली बार 1907 में फ्रांस द्वारा किया गया था, जब कंबोडिया उपनिवेश था।
