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थाईलैंड और कंबोडिया के बीच सीमा विवाद में फिर से हिंसा

थाईलैंड और कंबोडिया के बीच सीमा विवाद एक बार फिर गंभीर हो गया है, जिसमें हालिया झड़पों के बाद हवाई हमले किए गए हैं। इस संघर्ष में एक थाई सैनिक की मौत हो गई है और चार अन्य घायल हुए हैं। कंबोडिया ने थाईलैंड के आरोपों को खारिज किया है, जबकि स्थानीय निवासियों का पलायन शुरू हो गया है। क्या यह शांति समझौते को खतरे में डाल रहा है? जानें पूरी कहानी।
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थाईलैंड और कंबोडिया के बीच सीमा विवाद में फिर से हिंसा

थाईलैंड और कंबोडिया के बीच बढ़ता तनाव


नई दिल्ली: थाईलैंड और कंबोडिया के बीच सीमा विवाद एक बार फिर गंभीर हो गया है। सोमवार की सुबह दोनों देशों की सेनाओं के बीच झड़प के बाद, थाईलैंड ने कंबोडिया की सीमा के निकट हवाई हमले किए। इस संघर्ष में एक थाई सैनिक की जान चली गई और चार अन्य घायल हुए हैं। यह घटना दक्षिण-पूर्व एशिया में चिंता का विषय बन गई है, क्योंकि यह जुलाई में हुए संघर्ष के बाद के सीजफायर को एक बड़ा झटका मान लिया जा रहा है।


थाई सेना की प्रतिक्रिया

थाई सेना के प्रवक्ता मेजर जनरल विंथाई सुवारी ने जानकारी दी कि कंबोडियाई सेना ने सुबह लगभग पांच बजे गोलीबारी शुरू की। दो घंटे बाद एक सैनिक की मौत की खबर आई, जिसके बाद थाईलैंड ने हवाई हमले करने का निर्णय लिया। थाई सेना का कहना है कि कंबोडियाई सैनिकों ने 'छोटे और घुमावदार हथियारों' से फायरिंग की थी।



कंबोडिया का खंडन

कंबोडिया ने थाईलैंड के आरोपों को खारिज कर दिया है। कंबोडियाई सेना का कहना है कि थाई सैनिकों ने पहले हमला किया था और यह घटना कई दिनों से चल रही 'उकसाने वाली कार्रवाइयों' का परिणाम है। कंबोडिया ने एक बयान में कहा कि उसने किसी भी हमले का जवाब नहीं दिया और स्थिति पर ध्यानपूर्वक नजर रख रहा है।


शांति समझौते का इतिहास

जुलाई में दोनों देशों के बीच हुए संघर्ष में कम से कम 48 लोग मारे गए थे और तीन लाख से अधिक लोग विस्थापित हुए थे। मलेशिया के प्रधानमंत्री अनवर इब्राहिम और अमेरिकी राष्ट्रपति ट्रंप की मध्यस्थता के बाद अक्टूबर में एक विस्तारित शांति समझौते पर हस्ताक्षर किए गए थे। इसके बावजूद, सीमा पर तनाव समय-समय पर बढ़ता रहा है।


स्थानीय स्थिति

सोमवार की झड़पों के बाद, स्थानीय निवासियों का पलायन फिर से शुरू हो गया है। थाईलैंड की सेकंड आर्मी रीजन ने बताया कि सीमा के निकट रहने वाले लगभग 35,000 लोगों को सुरक्षित स्थानों पर भेजा गया है। कंबोडिया के ओदार मीनचाय प्रांत ने भी कई गांवों से लोगों के सुरक्षित स्थानों पर जाने की सूचना दी है। कंबोडिया ने सीमा के निकट स्थित स्कूलों में छुट्टी घोषित कर दी है।


पूर्व प्रधानमंत्री का बयान

कंबोडिया के पूर्व प्रधानमंत्री हुन सेन ने कहा कि थाई सेना सीजफायर को तोड़ने की कोशिश कर रही है। उन्होंने कंबोडियाई सैनिकों से धैर्य रखने की अपील की और कहा कि देश किसी भी कीमत पर सीधे युद्ध में नहीं उलझना चाहता।


दोनों देशों के बीच 817 किलोमीटर लंबी सीमा दशकों से विवाद का विषय रही है। 1907 में फ्रांस द्वारा बनाए गए नक्शे के आधार पर सीमा निर्धारण को लेकर कई बार हिंसक झड़पें हो चुकी हैं। सोमवार की घटना ने एक बार फिर यह साबित कर दिया है कि विवाद अब भी सुलझने से काफी दूर है।