दक्षिण अफ्रीका में बार में गोलीबारी से नौ की मौत, हिंसा की बढ़ती घटनाएं
दक्षिण अफ्रीका के जोहान्सबर्ग के पास एक बार में हुई गोलीबारी ने नौ लोगों की जान ले ली और दस अन्य गंभीर रूप से घायल हो गए। यह घटना उस समय हुई जब देश हिंसक वारदातों से जूझ रहा है। पुलिस ने हमलावरों की तलाश में व्यापक अभियान शुरू किया है। जानें इस घटना के पीछे की वजह और दक्षिण अफ्रीका में बढ़ती हिंसा के बारे में।
| Dec 21, 2025, 21:57 IST
जोहान्सबर्ग के पास हुई भयावह गोलीबारी
रविवार की सुबह, जोहान्सबर्ग के निकट एक स्थानीय बार में हुई एक हिंसक घटना ने क्षेत्र को हिला कर रख दिया। इस अंधाधुंध फायरिंग में कम से कम नौ लोगों की जान चली गई, जबकि दस अन्य गंभीर रूप से घायल हो गए हैं। यह घटना उस समय हुई है जब देश पहले से ही बढ़ती हिंसा से जूझ रहा है।
घटना का विवरण
यह हमला सुबह एक बजे के आसपास बेकरसडाल क्षेत्र में हुआ, जो जोहान्सबर्ग से लगभग 40 किलोमीटर दक्षिण-पश्चिम में स्थित एक पुराना स्वर्ण खनन क्षेत्र है। रिपोर्ट के अनुसार, हमलावर दो वाहनों—एक सफेद कॉम्बी और एक सिल्वर सेडान में सवार होकर आए और बार के अंदर और बाहर मौजूद लोगों पर गोलियां चलानी शुरू कर दीं।
पुलिस की प्रतिक्रिया
दक्षिण अफ्रीकी पुलिस ने बताया कि हमलावरों ने बिना किसी भेदभाव के गोलीबारी की और भागते समय आसपास की सड़कों पर भी फायरिंग जारी रखी। इस दौरान कुछ राहगीर भी घायल हुए। प्रारंभिक रिपोर्ट में मरने वालों की संख्या 10 बताई गई थी, लेकिन बाद में इसे घटाकर नौ कर दिया गया।
पीड़ितों की पहचान और जांच
मृतकों में एक ऑनलाइन टैक्सी सेवा का ड्राइवर भी शामिल है, जो घटना के समय बार के बाहर था। प्रांतीय पुलिस आयुक्त मेजर जनरल फ्रेड केकाना ने बताया कि पीड़ितों की पहचान की प्रक्रिया चल रही है और घायलों का इलाज अस्पताल में किया जा रहा है।
तलाशी अभियान और जांच
पुलिस ने हमलावरों की तलाश के लिए व्यापक तलाशी अभियान शुरू किया है और प्रत्यक्षदर्शियों से जानकारी देने की अपील की है। अधिकारियों का कहना है कि इस हमले के पीछे की वजह अभी स्पष्ट नहीं है और सभी संभावित पहलुओं की जांच की जा रही है।
दक्षिण अफ्रीका में बढ़ती हिंसा
यह इस महीने दक्षिण अफ्रीका में हुई दूसरी बड़ी सामूहिक गोलीबारी है। इससे पहले 7 दिसंबर को प्रिटोरिया के पास सॉल्सविले टाउनशिप में एक हॉस्टल पर हमले में कम से कम 11 लोगों की मौत हुई थी, जिसमें एक तीन साल का बच्चा भी शामिल था।
दक्षिण अफ्रीका लंबे समय से हिंसक अपराधों की गंभीर समस्या का सामना कर रहा है। पुलिस के आंकड़ों के अनुसार, अप्रैल से सितंबर के बीच हर दिन औसतन 63 हत्याएं हुई हैं। अवैध हथियारों की उपलब्धता, गैंग गतिविधियां और अनौपचारिक कारोबार से जुड़े विवाद इस संकट को और बढ़ा रहे हैं, जिससे नागरिकों की सुरक्षा पर सवाल उठ रहे हैं।
