दुबई एयर शो 2025: भारतीय तेजस विमान की दुर्घटना और वैश्विक एयरोस्पेस की झलक
दुबई में एयरोस्पेस का महाकुंभ
नई दिल्ली: संयुक्त अरब अमीरात की राजधानी दुबई में विश्व की सबसे बड़ी द्विवार्षिक विमानन और एयरोस्पेस प्रदर्शनी का आयोजन किया गया। यह मेला 1986 में 'अरब एयर' के नाम से शुरू हुआ था, जो एक छोटा सिविल एविएशन ट्रेड शो था। आज यह वैश्विक एयरोस्पेस उद्योग का एक प्रमुख मंच बन चुका है, जहां सिविल एविएशन, रक्षा, अनमैन्ड सिस्टम, स्थायी विमानन और भविष्य की तकनीकों पर ध्यान केंद्रित किया जाता है। 2025 की थीम 'द फ्यूचर इज हियर' थी, जो नवाचार और स्थिरता को दर्शाती है।
शो का समापन और तेजस की दुर्घटना
21 नवंबर को था शो का अंतिम दिन
शो का अंतिम दिन शुक्रवार, 21 नवंबर को था। यह कार्यक्रम दुबई वर्ल्ड सेंट्रल के अल मकतूम इंटरनेशनल एयरपोर्ट पर आयोजित किया गया। इस दौरान भारत का स्वदेशी तेजस (LCA Mk-1) विमान डेमो फ्लाइट के दौरान दुर्घटनाग्रस्त हो गया। यह हादसा दोपहर 2:10 बजे हुआ और पायलट की स्थिति की पुष्टि अभी तक नहीं हो पाई है। तेजस, जो HAL द्वारा विकसित किया गया है, भारत का गर्व और 'मेक इन इंडिया' का प्रतीक है। यह विमान चार दिनों तक शानदार प्रदर्शन कर रहा था और एडवांस्ड रडार, मिसाइल इंटीग्रेशन और लंबी दूरी की स्ट्राइक क्षमता का प्रदर्शन कर चुका था।
VIDEO | Dubai: A Tejas fighter jet taking part in the Dubai Air Show nosedived during an aerial display and crashed this afternoon. The HAL-manufactured aircraft went down around 02:10 pm local time while performing manoeuvres in front of a large audience. An official statement… pic.twitter.com/9MfLJgYeen
— Press Trust of India (@PTI_News) November 21, 2025
दुबई एयर शो की विशाल उपस्थिति
दुबई एयर शो की विशाल उपस्थिति
2025 के इस शो में 1,500 से अधिक प्रदर्शक, 148,000 से ज्यादा ट्रेड विजिटर्स, 490 सैन्य और सिविल प्रतिनिधिमंडल (115 देशों से) और 200 से अधिक विमान शामिल थे। एयरबस, बोइंग, लॉकहीड मार्टिन जैसे प्रमुख कंपनियों ने नवीनतम जेट, ड्रोन, मिसाइल सिस्टम और उड़ने वाली टैक्सी जैसी तकनीकों का प्रदर्शन किया। प्रमुख आकर्षणों में F-35, Su-57, A380 और A400M विमानों ने दर्शकों का ध्यान खींचा।
भारतीय वायुसेना का प्रदर्शन
भारतीय वायुसेना का प्रदर्शन
भारतीय वायुसेना ने दुबई एयर शो में अपनी क्षमताओं का शानदार प्रदर्शन किया। तेजस के अलावा, हॉक Mk-132 जेट्स और ध्रुव एडवांस्ड लाइट हेलीकॉप्टर (ALH) ने सरंग हेलीकॉप्टर डिस्प्ले टीम के माध्यम से एरोबैटिक शो किया। C-17 ग्लोबमास्टर III और C-130J सुपर हरक्यूलिस विमानों ने सपोर्ट और हेलीकॉप्टर ट्रांसपोर्ट किया। 180 सदस्यीय आईएएफ कंटिंजेंट ने भारत की एयर पावर और 'मेक इन इंडिया' पहल को वैश्विक मंच पर प्रदर्शित किया।
A Tejas fighter aircraft from India participating in today’s flying display at the Dubai Airshow has crashed, resulting in the tragic death of the pilot. Firefighting and emergency teams responded rapidly to the incident and are currently managing the situation on-site. pic.twitter.com/LpdE87YjLM
— Dubai Media Office (@DXBMediaOffice) November 21, 2025
ब्रह्मोस की लंबी दूरी की स्ट्राइक क्षमता
ब्रह्मोस ने लंबी दूरी की स्ट्राइक क्षमता दिखाई
आईएएफ की सूर्यकिरण टीम ने हॉक जेट्स से तिरंगे रंगों में एरोबैटिक प्रदर्शन किया। ब्रह्मोस मिसाइल ने लंबी दूरी की स्ट्राइक क्षमता का प्रदर्शन किया, जिससे भारत के रक्षा निर्यात अवसर बढ़े। फिलीपींस, वियतनाम, इंडोनेशिया और खाड़ी देशों से निर्यात सौदों की उम्मीदें बढ़ीं। दुबई एयर शो ने भारत के रक्षा निर्यात लक्ष्यों को पूरा करने का सही मंच प्रदान किया।
दुबई एयर शो की वैश्विक महत्ता
दुबई एयर शो की वैश्विक महत्ता
इस एयर शो में 100 से अधिक देशों के प्रतिनिधि, 1,000 से अधिक कंपनियां और लाखों दर्शक शामिल हुए। अरबों डॉलर के सौदे हुए और नवीनतम एविएशन तकनीक का प्रदर्शन हुआ। यह मेला व्यापार, सैन्य सहयोग और तकनीकी आदान-प्रदान का अंतरराष्ट्रीय मंच बन चुका है।
