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दुबई एयरशो में तेजस विमान की दुर्घटना: क्या थी असली वजह?

दुबई एयरशो में भारतीय वायुसेना के तेजस लड़ाकू विमान की दुर्घटना ने सभी को चौंका दिया। प्रदर्शन के दौरान विमान अचानक असंतुलित होकर जमीन से टकरा गया, जिससे पायलट की दुखद मृत्यु हो गई। इस घटना के पीछे के कारणों की जांच जारी है, और विशेषज्ञों का मानना है कि पायलट एक जटिल युद्धाभ्यास कर रहा था। जानें तेजस के इतिहास और इसकी भारतीय वायुसेना में भूमिका के बारे में।
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दुबई एयरशो में तेजस विमान की दुर्घटना: क्या थी असली वजह?

दुर्घटना का दृश्य


नई दिल्ली: शुक्रवार को स्थानीय समयानुसार दोपहर 2:08 बजे, दुबई एयरशो में दर्शक भारतीय वायुसेना के तेजस लड़ाकू विमान के अद्भुत प्रदर्शन का आनंद ले रहे थे। यह स्वदेशी जेट अपनी तेज गति और करतबों से सभी का ध्यान आकर्षित कर रहा था। लेकिन कुछ ही क्षणों में, यह रोमांच एक भयानक घटना में बदल गया। विमान अचानक असंतुलित होकर नीचे झुकने लगा और कुछ ही समय में जमीन से टकराकर आग का गोला बन गया। टकराने के बाद काला धुआं आसमान में फैल गया। भारतीय वायुसेना ने पुष्टि की कि इस दुर्घटना में पायलट की दुखद मृत्यु हो गई।


तेजस की दुर्घटना का कारण

तेजस कैसे गिरा?


तेजस के दुर्घटनाग्रस्त होने के बाद सबसे बड़ा सवाल यह था कि इतनी सुरक्षित मानी जाने वाली इस मशीन के साथ ऐसा क्या हुआ? उल्लेखनीय है कि 24 वर्षों में यह तेजस का केवल दूसरा बड़ा हादसा था। यह घटना उस दिन के ठीक बाद हुई, जब सोशल मीडिया पर एक वायरल दावे को खारिज किया गया था, जिसमें कहा गया था कि दुबई एयरशो के दौरान तेजस एमके-1 में तेल रिसाव देखा गया था।


घटना के दौरान क्या हुआ?

क्या हुआ था उस मनोवर के दौरान?


विशेषज्ञों के अनुसार, पायलट एक 'बैरल रोल' प्रदर्शन करने का प्रयास कर रहा था। इस युद्धाभ्यास में विमान अपनी धुरी के चारों ओर घूमता है। इसे जटिल नहीं माना जाता, लेकिन इसमें पायलट को कुछ सेकंड के लिए उल्टा होकर संतुलन बनाए रखना पड़ता है।


घटना के दिन, तेजस हवा में एक सटीक लूप बनाने की कोशिश कर रहा था, जिसमें पहले ऊपर उठना, फिर उल्टा घूमना, फिर नीचे उतरना और अंत में दोबारा ऊपर चढ़कर प्रदर्शन पूरा करना शामिल था। लेकिन अंतिम चरण में विमान फिर से ऊपर नहीं उठ सका।


क्या तेजस जमीन के करीब था?

जमीन के बहुत करीब था तेजस?


विशेषज्ञों का मानना है कि विमान शायद जमीन के बहुत करीब आ गया था, जिससे पायलट उसे फिर से ऊपर खींच नहीं पाया। एक और संभावना यह भी है कि जेट के पास दोबारा चढ़ने के लिए पर्याप्त गति नहीं थी। तेज रफ्तार फाइटर जेट में होने वाली मामूली गलती भी बड़े हादसे में बदल सकती है।


भारतीय वायुसेना ने अभी तक दुर्घटना के वास्तविक कारणों की आधिकारिक जानकारी नहीं दी है। कुछ विश्लेषकों का मानना है कि इंजन में आग लगना भी दुर्घटना का कारण हो सकता है, लेकिन इसकी पुष्टि जांच रिपोर्ट के बाद ही होगी।


तेजस: भारत का स्वदेशी सपना

तेजस भारत का स्वदेशी सपना


तेजस को बेंगलुरु स्थित हिंदुस्तान एयरोनॉटिक्स लिमिटेड (HAL) ने विकसित किया है। यह भारत का पहला स्वदेशी हल्का लड़ाकू विमान है, जो लगभग ढाई दशक से देश की वायुसेना को सेवा दे रहा है। हालांकि इसका इंजन अमेरिका की जनरल इलेक्ट्रिक कंपनी से लिया गया है, लेकिन विमान की संरचना और डिजाइन पूरी तरह से भारतीय है।


IAF के लिए तेजस की भूमिका

IAF के लिए तेजस की अहम भूमिका


भारतीय वायुसेना अपने पुराने मिग-21 बेड़े को चरणबद्ध तरीके से हटाने की प्रक्रिया में है। ऐसे में तेजस आने वाले वर्षों में उसकी स्क्वाड्रन क्षमता को बढ़ाने और रक्षा तैयारियों को मजबूत करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है।