नीदरलैंड्स में रॉब जेटन बने पहले समलैंगिक प्रधानमंत्री
नई राजनीतिक दिशा की शुरुआत
नई दिल्ली: नीदरलैंड्स में एक नया राजनीतिक अध्याय शुरू हुआ है। डी66 पार्टी के नेता रॉब जेटन ने ऐतिहासिक जीत हासिल कर देश के पहले खुले तौर पर समलैंगिक प्रधानमंत्री बनने का गौरव प्राप्त किया है। 38 वर्षीय जेटन ने इमीग्रेशन विरोधी नीतियों के समर्थक गीर्ट वाइल्डर्स को कड़ी टक्कर देकर यह सफलता पाई है।
डी66 की अप्रत्याशित जीत
डी66 पार्टी ने इस चुनाव में अप्रत्याशित सफलता प्राप्त की है। लंबे समय से चल रहे रूढ़िवादी विचारों के मुकाबले, जनता ने बदलाव का समर्थन किया है। यह जीत दर्शाती है कि डच समाज अब सकारात्मक और प्रगतिशील राजनीति की ओर बढ़ रहा है। डी66 की सफलता ने नीदरलैंड्स की राजनीति में विविधता और समानता को प्राथमिकता देने की दिशा में एक नई राह दिखाई है।
विभाजनकारी राजनीति को नकारना
जेटन के प्रतिद्वंद्वी गीर्ट वाइल्डर्स इस्लाम विरोधी बयानों और इमीग्रेशन नीतियों के लिए जाने जाते हैं। उन्होंने अपने प्रचार में कुरान पर प्रतिबंध लगाने की बात भी की थी। लेकिन इस बार जनता ने नफरत की राजनीति को अस्वीकार कर दिया। रॉब जेटन ने वाइल्डर्स पर समाज को बांटने का आरोप लगाया और कहा कि 'अगर आप सकारात्मक सोच के साथ प्रचार करते हैं, तो चरमपंथी विचारों को हराना संभव है।' उनकी यह बात चुनाव परिणामों में सही साबित हुई।
पहले समलैंगिक प्रधानमंत्री बनने की तैयारी
38 वर्षीय रॉब जेटन नीदरलैंड्स के सबसे युवा प्रधानमंत्री बनेंगे। यह उनकी उपलब्धि LGBTQ+ समुदाय के लिए भी प्रेरणादायक है। वे खुले तौर पर समलैंगिक हैं और अपनी पहचान को गर्व के साथ स्वीकारते हैं। उनकी जीत यह संदेश देती है कि यौनिकता किसी की क्षमता या नेतृत्व गुणों को परिभाषित नहीं करती।
निकोलस कीनन से सगाई
राजनीति के साथ-साथ जेटन की निजी जिंदगी भी चर्चा में है। उन्होंने अर्जेंटीना के प्रसिद्ध हॉकी खिलाड़ी निकोलस कीनन से सगाई की है। दोनों अगले साल स्पेन में शादी करने की योजना बना रहे हैं। जेटन की यह जोड़ी दुनिया भर में प्यार और समानता का प्रतीक बन गई है। उनका रिश्ता दर्शाता है कि प्रेम हर बंधन से ऊपर होता है।
शिक्षक परिवार से राजनीति की ऊंचाई तक
रॉब जेटन का जन्म नीदरलैंड्स के उडेन कस्बे में हुआ और उन्होंने रेडबौड यूनिवर्सिटी से शिक्षा प्राप्त की। उनके माता-पिता दोनों शिक्षक थे, जिससे उन्हें अनुशासन और मेहनत की सीख मिली। खेलों के प्रति उनकी रुचि ने उनके जीवन में संतुलन और टीमवर्क की भावना को विकसित किया। आज, जेटन नीदरलैंड्स की राजनीति में एक नई शुरुआत का प्रतीक बन गए हैं।
