पंजाब-हरियाणा जल विवाद पर महत्वपूर्ण बैठक, समाधान की उम्मीदें

जल विवाद पर चर्चा
नई दिल्ली – पंजाब और हरियाणा के बीच चल रहे जल विवाद को सुलझाने के लिए मंगलवार को एक महत्वपूर्ण बैठक आयोजित की गई, लेकिन इस बैठक की जानकारी सार्वजनिक नहीं की गई। मुख्यमंत्री भगवंत मान ने बताया कि यह मुद्दा काफी समय से चल रहा है और सुप्रीम कोर्ट में भी मामला विचाराधीन है।
बैठक का माहौल सकारात्मक था। सुप्रीम कोर्ट ने कहा था कि यदि बातचीत से समाधान संभव है, तो बैठकें आयोजित की जानी चाहिए। कुछ सकारात्मक कदम उठाए जा रहे हैं। मान ने कहा कि पंजाब और हरियाणा के लोगों के बीच कोई विवाद नहीं है, बल्कि इसे राजनीतिक रंग दिया गया है। दोनों राज्यों के मुख्यमंत्रियों और जल शक्ति मंत्री के बीच बैठक हुई, जिसमें सकारात्मक निर्णय लिए गए। आगे की रणनीति के लिए 13 तारीख से पहले एक और बैठक होगी। मान ने कहा कि यदि पंजाब को अन्य नदियों से पानी मिलता है, तो वह और अधिक पानी देने पर विचार कर सकते हैं।
बैठक में मान ने रावी नदी के पानी के मुद्दे पर अपनी बात रखी, लेकिन केंद्र ने इस पर असहमति जताई। सतलुज-यमुना लिंक (SYL) नहर के संबंध में 9 जुलाई के बाद यह दूसरी बार है जब पंजाब और हरियाणा के बीच बातचीत हुई है। हरियाणा के मुख्यमंत्री नायब सैनी ने कहा कि 13 तारीख को वे कोर्ट में सकारात्मक रुख के साथ जाएंगे। केंद्रीय जल शक्ति मंत्री सीआर पाटिल की अगुवाई में पिछले महीने भी बैठक हुई थी, जिसमें 5 अगस्त को फिर से बैठक करने का निर्णय लिया गया था। दोनों राज्यों के मुख्यमंत्रियों ने इस विवाद को जल्द सुलझाने पर सहमति जताई थी।