Newzfatafatlogo

पाकिस्तान और अफगानिस्तान के बीच बढ़ता तनाव: ख्वाजा मोहम्मद आसिफ ने लगाए गंभीर आरोप

पाकिस्तान और अफगानिस्तान के बीच संबंधों में एक बार फिर से तनाव बढ़ गया है। पाकिस्तान के रक्षा मंत्री ख्वाजा मोहम्मद आसिफ ने अफगानिस्तान को 'सबसे बड़ा दुश्मन' करार दिया और गंभीर आरोप लगाए। उन्होंने कहा कि अफगानिस्तान में मौजूद तत्व पाकिस्तान के खिलाफ काम कर रहे हैं। वहीं, तालिबान ने पाकिस्तान पर उनके संप्रभु क्षेत्र का उल्लंघन करने का आरोप लगाया है। इस स्थिति में दोनों पक्षों के बीच बयानबाजी तेज हो गई है, जिससे क्षेत्रीय स्थिरता को खतरा उत्पन्न हो गया है।
 | 
पाकिस्तान और अफगानिस्तान के बीच बढ़ता तनाव: ख्वाजा मोहम्मद आसिफ ने लगाए गंभीर आरोप

पाकिस्तान और अफगानिस्तान के रिश्तों में तनाव


पाकिस्तान और अफगानिस्तान के बीच संबंध एक बार फिर से तनावपूर्ण हो गए हैं। पाकिस्तान के रक्षा मंत्री ख्वाजा मोहम्मद आसिफ ने हाल ही में अफगानिस्तान को देश का 'सबसे बड़ा दुश्मन' करार दिया और काबुल पर गंभीर आरोप लगाए। नेशनल असेंबली में उन्होंने कहा कि अफगानिस्तान में मौजूद तत्व पाकिस्तान के खिलाफ काम कर रहे हैं, जिससे हाल के व्यापक निर्वासन को सही ठहराया जा रहा है। आसिफ ने यह भी कहा कि अब और सहन नहीं किया जाएगा और सेना की सहनशीलता की सीमा समाप्त हो चुकी है।


ख्वाजा मोहम्मद आसिफ के आरोप

आसिफ ने यह भी कहा कि जबकि अफगान नागरिक आर्थिक गतिविधियों के लिए पाकिस्तान में व्यापार कर रहे हैं, वहीं अफगानिस्तान कुछ आतंकवादी समूहों, विशेषकर तहरीक-ए-तालिबान पाकिस्तान (टीटीपी) को शरण दे रहा है। उन्होंने बताया कि टीटीपी को समर्थन देने के मामले में अफगान पक्ष से कई बार समझाइश के प्रयास विफल रहे हैं, इसलिए अब पाकिस्तान को सख्ती बरतनी पड़ रही है। उन्होंने स्पष्ट किया कि जिन लोगों ने इन समूहों को पनाह दी या मदद की, उन्हें भी जवाबदेह ठहराया जाएगा, चाहे वे पाकिस्तान में हों या अफगानिस्तान में। आसिफ ने चेतावनी दी कि किसी भी प्रकार की कार्रवाई का गंभीर परिणाम हो सकता है और सभी को इसकी कीमत चुकानी पड़ेगी।


पाकिस्तान पर अफगानिस्तान के गंभीर आरोप

इस बीच, अफगानिस्तान के तालिबान शासकों ने भी पाकिस्तान पर गंभीर आरोप लगाए हैं। तालिबान ने कहा कि पाकिस्तान ने उनके संप्रभु क्षेत्र का उल्लंघन किया है और पक्तिका के मार्गी इलाके में नागरिक बाजार को बमबारी का निशाना बनाया गया। तालिबान के बयान में इसे 'अभूतपूर्व कृत्य' बताया गया और कहा गया कि यह काबुल की संप्रभुता का सीधा हनन है। हालांकि, बयान में यह स्पष्ट नहीं किया गया कि सीमा उल्लंघन किस प्रकार हुआ, लेकिन स्थानीय सूत्रों और निवासियों ने गुरुवार रात तेज धमाकों की आवाजें सुनी थीं। कुछ लोगों ने बताया कि वह बाजार, जहां पुराने हथियार बेचे जाते थे, को निशाना बनाया गया।


स्थिति की नाजुकता

दोनों पक्षों के बीच तीखी बयानबाजी के चलते हालात नाजुक बने हुए हैं और किसी भी संवेदनशील घटना से स्थिति और बिगड़ सकती है। क्षेत्रीय स्थिरता के लिए अब शांति बनाए रखने और बढ़ते विवादों को कूटनीतिक तरीकों से सुलझाने की आवश्यकता अधिक महसूस हो रही है।