Newzfatafatlogo

पाकिस्तान के राष्ट्रपति ने ऑपरेशन सिंदूर पर किया बड़ा खुलासा

पाकिस्तान के राष्ट्रपति आसिफ अली जरदारी ने ऑपरेशन सिंदूर के दौरान भारतीय सेना के हमले के बारे में चौंकाने वाला खुलासा किया है। उन्होंने स्वीकार किया कि उनकी लीडरशिप को बंकरों में छिपना पड़ा था। इस लेख में जानें कि कैसे पाकिस्तान की सेना ने इस हमले के समय प्रतिक्रिया दी और जरदारी ने क्या कहा।
 | 
पाकिस्तान के राष्ट्रपति ने ऑपरेशन सिंदूर पर किया बड़ा खुलासा

पाकिस्तान की लीडरशिप ने छिपने की बात स्वीकार की

पाकिस्तान अक्सर ऑपरेशन सिंदूर के संदर्भ में झूठ बोलता है, यह दावा करते हुए कि वह भारत के खिलाफ मजबूत है। लेकिन अब पहली बार, पाकिस्तान के राष्ट्रपति आसिफ अली जरदारी ने यह स्वीकार किया है कि भारतीय सेना के हमले के कारण उनकी शीर्ष लीडरशिप को बंकरों में छिपना पड़ा। ऑपरेशन सिंदूर के कुछ महीनों बाद, जरदारी ने एक सार्वजनिक कार्यक्रम में बताया कि उस रात पाकिस्तानी सेना के जवान उनके पास आए और भारत के हमले से बचने के लिए बंकर में छिपने का सुझाव दिया।


जरदारी का बयान और पाकिस्तान की स्थिति

आसिफ अली जरदारी ने बताया कि मई में ऑपरेशन सिंदूर शुरू होने पर उनके सुरक्षा अधिकारी ने उन्हें बंकर में छिपने की सलाह दी थी। उन्होंने कहा कि पाकिस्तान शांति चाहता है, लेकिन अपनी रक्षा के लिए पूरी तरह तैयार है। वहीं, पाकिस्तान के उप प्रधानमंत्री और विदेश मंत्री इशाक डार ने स्वीकार किया कि 10 मई को भारत ने उनके नूर खान एयरबेस पर हमला किया। डार ने कहा कि इस दौरान पाकिस्तान ने भारत से मध्यस्थता नहीं मांगी, लेकिन अमेरिका और सऊदी अरब के विदेश मंत्रियों ने बातचीत की इच्छा जताई।


ऑपरेशन सिंदूर का उद्देश्य और परिणाम

भारत ने 7 मई को ऑपरेशन सिंदूर शुरू किया, जिसका लक्ष्य पाकिस्तान और पाकिस्तान के कब्जे वाले कश्मीर में आतंकवादियों के ठिकानों को निशाना बनाना था। यह कार्रवाई पहलगाम हमले के प्रतिशोध में की गई थी, जिसमें 26 नागरिकों की जान गई थी। इसके बाद चार दिन तक दोनों देशों के बीच भीषण झड़पें हुईं, जो 10 मई को सैन्य कार्रवाई रोकने के समझौते के साथ समाप्त हुई। जरदारी ने कहा कि पाकिस्तान शांति चाहता है, लेकिन अपनी रक्षा के लिए पूरी तरह तैयार है।


जरदारी का बयान और पाकिस्तान की आंतरिक राजनीति

जरदारी ने सेना प्रमुख जनरल आसिम मुनीर की सराहना की और कहा कि यह भारत को दिया गया उचित जवाब था। उन्होंने यह भी कहा कि अब अंतरराष्ट्रीय समुदाय पाकिस्तान के रुख को स्वीकार कर रहा है। जरदारी ने यह दावा किया कि पीपीपी (पाकिस्तान पीपुल्स पार्टी) ने मुनीर को फील्ड मार्शल बनाया। उनके बेटे और पीपीपी के अध्यक्ष बिलावल भुट्टो जरदारी ने भी इस अवसर पर बात की।


पाकिस्तान की आक्रामकता और भारत के प्रति बयान

जरदारी ने कहा कि अगर हमें गोली मारी गई, तो हम भी जवाब देंगे। उन्होंने यह भी कहा कि पाकिस्तान में नेताओं की कमी नहीं है, जो भारत के खिलाफ बयानबाजी करते रहते हैं। लेकिन ऑपरेशन सिंदूर के दौरान पूरी दुनिया ने देखा कि जब भारत का धैर्य टूटता है, तो भारतीय सेना पाकिस्तानी सेना को कैसे जवाब देती है।