पाकिस्तान में जनरल असीम मुनीर को मिलेगा नया रक्षा प्रमुख का पद
नई जिम्मेदारी के साथ जनरल असीम मुनीर
नई दिल्ली: पाकिस्तान के सेना प्रमुख जनरल असीम मुनीर को एक महत्वपूर्ण नई भूमिका सौंपी जा रही है। 27वें संवैधानिक संशोधन के तहत, उन्हें रक्षा बलों के प्रमुख, यानी Chief of Defence Force (CDF) के पद पर नियुक्त किया जाएगा। यह नया पद उनकी शक्तियों को और बढ़ाएगा और उन्हें देश के रक्षा ढांचे पर व्यापक नियंत्रण प्रदान करेगा। यह निर्णय भारत के साथ 'ऑपरेशन सिंदूर' संघर्ष के बाद लिया गया है, जिसका उद्देश्य पाकिस्तान की सैन्य क्षमताओं को मजबूत करना है।
संशोधन विधेयक के प्रमुख बिंदु
पाकिस्तान की संसद में प्रस्तुत इस संशोधन विधेयक के अनुसार, CDF की नियुक्ति प्रधानमंत्री द्वारा की जाएगी, और वही व्यक्ति सेना प्रमुख की भूमिका भी निभाएगा। इसका अर्थ है कि इस महीने के अंत तक जनरल मुनीर इस नए पद पर पहुंच जाएंगे। उन्हें नियुक्तियों, पदोन्नतियों और सैन्य अभियानों पर नियंत्रण प्राप्त होगा, साथ ही वे पाकिस्तान की परमाणु सेनाओं के प्रमुख की नियुक्ति का अधिकार भी रखेंगे।
नए संशोधन के प्रावधान
इस नए संशोधन में यह भी उल्लेख किया गया है कि फील्ड मार्शल का पद और उससे जुड़े विशेषाधिकार आजीवन रहेंगे। इसका मतलब है कि जनरल मुनीर अब जीवनभर इस पद से जुड़े रहेंगे। पाकिस्तान की सरकार इस विधेयक के माध्यम से सैन्य नेतृत्व को और सशक्त बनाना चाहती है। इसके अलावा, राष्ट्रीय सामरिक कमान के प्रमुख की नियुक्ति भी अब सेना प्रमुख प्रधानमंत्री से परामर्श करके करेंगे।
भारत के साथ संघर्ष के बाद उठाया गया कदम
स्थानीय मीडिया रिपोर्टों के अनुसार, यह कदम भारत के साथ मई 2025 में हुए 'ऑपरेशन सिंदूर' संघर्ष के बाद उठाया गया है। कहा गया है कि भारत द्वारा किए गए हमलों में पाकिस्तान के कई सैन्य ठिकाने और विमान नष्ट हुए थे। इन घटनाओं के बाद पाकिस्तान ने संघर्ष विराम की मांग की थी। इसके तुरंत बाद, पाकिस्तान सरकार ने जनरल असीम मुनीर को फील्ड मार्शल के पद पर पदोन्नत किया था, जिससे वे पाकिस्तान के इतिहास में इस पद पर पहुंचने वाले दूसरे अधिकारी बन गए।
जनरल मुनीर की नई भूमिका
अब 27वें संशोधन के माध्यम से जनरल मुनीर को CDF का पद भी मिलने वाला है। इसका अर्थ है कि वे अब पाकिस्तान के तीनों रक्षा बलों - थल सेना, वायु सेना और नौसेना पर प्रत्यक्ष नियंत्रण रखेंगे।
