पाकिस्तान में लश्कर-ए-तैयबा से जुड़े आतंकी की हत्या: क्या है असली कहानी?
पाकिस्तान में आतंकी की हत्या
नई दिल्ली: पाकिस्तान के पंजाब प्रांत में शुक्रवार को एक 28 वर्षीय युवक, शेख मुजाहिद, जो लश्कर-ए-तैयबा से जुड़ा बताया जा रहा था, की गोली मारकर हत्या कर दी गई। यह घटना कसूर जिले के कोट राधा किशन कस्बे में हुई, जो लाहौर से लगभग 60 किलोमीटर दूर है। स्थानीय पुलिस के अनुसार, यह गोलीबारी दो आपराधिक समूहों के बीच हुई थी, जिसमें मुजाहिद की जान चली गई।
पुलिस की प्रारंभिक जांच
पुलिस ने क्या कहा?
कसूर के वरिष्ठ पुलिस अधिकारी ईसा खान ने बताया कि प्रारंभिक जांच से पता चला है कि यह घटना आपसी रंजिश का परिणाम है। उन्होंने यह भी स्पष्ट किया कि शेख मुजाहिद का लश्कर-ए-तैयबा या किसी अन्य आतंकवादी संगठन से कोई संबंध नहीं था। घटना के समय मुजाहिद कुछ अन्य लोगों के साथ था, जब दो गुटों, रेहान और फैजान, के बीच झड़प शुरू हुई। गोलीबारी के दौरान कई राउंड फायरिंग हुई, जिसमें मुजाहिद भी घायल हुआ।
घटना के बाद की कार्रवाई
पुलिस ने शुरू की जांच
गवाहों के अनुसार, गोलीबारी के समय इलाके में अफरा-तफरी मच गई थी। स्थानीय निवासियों ने तुरंत पुलिस को सूचित किया। पुलिस ने मौके पर पहुंचकर शव को पोस्टमार्टम के लिए भेजा और क्षेत्र को घेरकर तलाशी अभियान शुरू किया। प्रारंभिक जांच में कई खोखे बरामद हुए हैं। पुलिस का मानना है कि यह घटना पुराने विवाद और प्रतिशोध से संबंधित हो सकती है।
परिजनों की चिंताएं
परिजनों ने उठाए सवाल
मृतक के पिता ने पुलिस में शिकायत दर्ज कराई है, जिसमें उन्होंने कहा कि उनके बेटे का किसी आपराधिक या आतंकवादी संगठन से कोई संबंध नहीं था। उन्होंने आरोप लगाया कि शेख मुजाहिद निर्दोष था और स्थानीय गिरोहों के बीच हुई गोलीबारी में फंस गया। इस शिकायत के आधार पर पुलिस ने 20 से अधिक संदिग्धों के खिलाफ मामला दर्ज किया है और कुछ को हिरासत में लेकर पूछताछ की जा रही है।
लश्कर से जुड़े विवाद
लश्कर से पुराने संबंधों को लेकर विवाद
स्थानीय मीडिया की रिपोर्टों के अनुसार, शेख मुजाहिद का नाम पहले लश्कर-ए-तैयबा की गतिविधियों से जोड़ा गया था, लेकिन इसके लिए कोई ठोस सबूत नहीं मिले हैं। कुछ रिपोर्टों में कहा गया है कि वह पहले संगठन से जुड़ा था, जबकि पुलिस और उसके परिवार ने इन आरोपों को निराधार बताया है।
सुरक्षा व्यवस्था में बदलाव
इलाके में बढ़ाई गई सुरक्षा
घटना के बाद कसूर जिले में सुरक्षा को कड़ा किया गया है। पुलिस ने संभावित प्रतिशोधी कार्रवाई को रोकने के लिए अतिरिक्त बल तैनात किए हैं। वरिष्ठ अधिकारियों ने कहा कि मामले की जांच जारी है और गोलीबारी में शामिल दोनों गुटों के सदस्यों की तलाश की जा रही है।
