पाकिस्तान से भिखारियों का निर्यात: एक गंभीर समस्या
पाकिस्तान का आतंकवाद और भिखारी निर्यात
पाकिस्तान को आतंकवाद का निर्यातक माना जाता है, और भारत इस समस्या का शिकार रहा है। इसके अलावा, पाकिस्तान ने चीन को गधों का निर्यात भी किया है। पाकिस्तान के निर्यात की एक असामान्य सूची में भिखारी भी शामिल हैं, जो अब एक गंभीर समस्या बन चुकी है। सऊदी अरब और अजरबैजान जैसे देशों ने पाकिस्तान सरकार से भिखारियों के प्रवाह को रोकने का अनुरोध किया है।
खाड़ी देशों में पाकिस्तान से आने वाले भिखारियों की संख्या इतनी बढ़ गई है कि इन देशों ने पाकिस्तान पर सख्ती दिखानी शुरू कर दी है। ये देश भिखारियों को रोकने के लिए कई प्रयास कर रहे हैं, लेकिन इसके बावजूद पाकिस्तान के भिखारी विदेशों में सक्रिय हैं। मजबूरी में, इन भिखारियों को पाकिस्तान वापस भेजा जा रहा है।
सऊदी अरब ने 56,000 से अधिक पाकिस्तानी भिखारियों को खदेड़ा है, जबकि दुबई ने 6,000 और अजरबैजान ने 2,500 भिखारियों को वापस भेजा है। पाकिस्तान ने खुद स्वीकार किया है कि उसके भिखारी अंतरराष्ट्रीय स्तर पर सक्रिय हो गए हैं।
पाकिस्तानी अधिकारियों ने भीख मांगने वाले गिरोहों पर सख्ती दिखाई है। 2025 में, 66,000 से अधिक यात्रियों को विदेश जाने से रोका गया है। इसके अलावा, इन भिखारियों को अब हवाई यात्रा करने से भी रोका जा रहा है।
हालात यह हैं कि पाकिस्तान से विदेश जाने वाले अधिकांश लोग वापस नहीं लौटते हैं। वे वहां जाकर गायब हो जाते हैं, जिससे पाकिस्तान की छवि को नुकसान पहुंचता है।
