पुतिन की भारत यात्रा: विशेष डिनर और मेनू की तैयारी
पुतिन की भारत यात्रा का स्वागत
रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन नई दिल्ली में दो दिवसीय यात्रा पर पहुंचे हैं, जहां प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने उनके लिए 7 लोक कल्याण मार्ग पर एक विशेष निजी रात्रिभोज का आयोजन किया है.
भारत-रूस संबंधों की मजबूती
इस अनौपचारिक डिनर से भारत और रूस के बीच संबंधों में और मजबूती आने की उम्मीद है। पुतिन की पिछली यात्राओं को ध्यान में रखते हुए, इस बार के मेनू को लेकर भी काफी उत्सुकता है, क्योंकि हर बार भारत ने उनके लिए खास कश्मीरी और मुगलई व्यंजन पेश किए हैं.
विशेष भारतीय मेनू की तैयारी
हालांकि इस डिनर में परोसे जाने वाले व्यंजनों का आधिकारिक खुलासा नहीं किया गया है, लेकिन पिछले अनुभवों से यह अनुमान लगाया जा सकता है कि कश्मीरी और मुगलई स्वाद प्रमुख रहेंगे। पारंपरिक व्यंजनों में केसर-युक्त काहवा, गलौटी कबाब, हाक का साग और मुर्ग धनियावल कोरमा शामिल हो सकते हैं.
2014 की यात्रा के विशेष व्यंजन
2014 में पूर्व राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी द्वारा आयोजित रात्रिभोज में पुतिन के लिए विशेष मेनू तैयार किया गया था, जिसमें बादाम शोरबा, मशरूम, पनीर, प्याज और कलौंजी में पकी सब्जियां शामिल थीं। मिठाई में गुलाब की खुशबू वाली गुलाब खीर और ताजे फलों ने डिनर को और भी खास बना दिया था.
2018 में मुगलई व्यंजनों की भरपूर मौजूदगी
पुतिन की 2018 की यात्रा के दौरान हैदराबाद हाउस में भव्य डिनर आयोजित किया गया था, जिसमें सैल्मन फिले, भुना मेमना और पारंपरिक मुगलई भेड़ का मांस शामिल था। शाकाहारी मेनू में तरबूज क्रीम सूप और दाल के कबाब जैसे अनोखे विकल्प भी थे.
पुतिन की साधारण भोजन शैली
हालांकि भारत हर बार भव्य मेनू तैयार करता है, पुतिन की रोजमर्रा की खानपान शैली काफी साधारण है। वे नाश्ते में पोरीज, त्वरोग, कच्चे बटेर अंडे और जूस पसंद करते हैं। मछली और भेड़ का मांस उनके मुख्य प्रोटीन स्रोत हैं.
डिनर का महत्व
इस निजी डिनर से पहले, प्रधानमंत्री मोदी ने एयरपोर्ट पर पुतिन का स्वागत किया और कार में साथ सफर कर दोस्ताना भाव प्रदर्शित किया। शुक्रवार को होने वाला 23वां वार्षिक भारत-रूस शिखर सम्मेलन द्विपक्षीय साझेदारी के 25 वर्ष पूरे होने का प्रतीक है, जिसमें राजनीति, व्यापार, रक्षा, तकनीक और सांस्कृतिक सहयोग पर चर्चा होगी.
